पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राज्य के लोगों से धर्मांतरण को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है। प्रमोद सावंत ने साफ कहा है कि हमारी सरकार को धर्मांतरण मंजूर नहीं है। राज्य में इसकी इजाजत नहीं दी जाएगी।
शुक्रवार को कुडनेम मंदिर के स्थापना समारोह में सावंत ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में लोग धर्मांतरण को आगे बढ़ा रहे हैं। ये लोग समाज में विषम परिस्थितियों का सामना कर रहे लोगों का फायदा उठा रहे हैं। धर्मांतरण को लेकर सख्त रुख एहतियात करते हुए सावंत ने कहा कि राज्य सरकार कहीं भी धर्मांतरण नहीं होने देगी। उन्होंने लोगों से धर्मांतरण को लेकर जागरुक रहने की अपील की है। सावंत ने कहा कि गोवा में पुर्तगाली शासन के दौरान देवताओं और संस्कृति को नष्ट कर दिया गया था। जिसे हमें एक बार फिर से जगाने की जरूरत है।
सावंत ने कहा, ‘एक बार फिर धर्म पर हमला हो रहा है। मैं झूठ नहीं बोल रहा हूं। हमने देखा है कि गोवा के कई हिस्सों में लोग धार्मांतरण की ओर जा रहे हैं। अलग-अलग चीजों का फायदा उठाकर कि कोई गरीब है, कोई संख्या में कम है, कोई पिछड़ा हुआ है, किसी के पास भोजन या नौकरी नहीं है। इस तरीके से लोगों को ले जाया जा रहा है। हम कहते हैं कि गलती से ऐसे हालात में कोई धर्मांतरण नहीं होना चाहिए।’
उन्होंने कहा, ‘सरकार कभी भी धर्मांतरण की अनुमति नहीं देती, लेकिन मुझे फिर भी लगता है कि लोगों को सतर्क रहना जरूरी है… गांवों में मंदिर ट्रस्ट को सतर्क रहना जरूरी है, परिवारों को सतर्क रहना जरूरी है।’ उन्होंने कहा, ’60 साल पहले (गोवा में पुर्तगाल शासन) हमने कहा था देव, धर्म अनी देश और इसी भावना के साथ आगे बढ़े थे। अगर हमारे भगवान सुरक्षित हैं, हमारा धर्म सुरक्षित है और अगर हमारा धर्म सुरक्षित है, हमारा देश सुरक्षित है।’
Discussion about this post