देवघर। झारखंड के देवघर से 22 किलोमीटर दूर त्रिकूट में रोपवे की रोप टूटने से हुए रविवार शाम हुए रोपवे हादसे में अब तक 38 लोगों को बचा लिया गया है। लेकिन अब भी लगभग 12 लोग फंसे हुए हैं। इसी रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक हादसा हो गया। दरअसल एक शख्स को ट्रॉली से निकालकर हेलीकॉप्टर के अंदर लिया जा रहा था। तभी शख्स का हाथ छूट गया और वो नीचे खाई में गिर गया। हेलीकॉप्टर से गिरे शख्स की मौत हो गई है। इस हादसे में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
यह हादसा रविवार शाम 4 बजे हादसा तब हुआ, रामनवमी के अवसर पर बड़ी संख्या में पहुंचे पर्यटक रोपवे का आनन्द लेने पहुँचे थे। पहाड़ पर बने मंदिर की तरफ एक साथ 26 ट्रॉलियां रवाना कीं। इससे तारों पर अचानक लोड बढ़ा और रोलर टूट गया। तीन ट्रॉलियां पहाड़ से टकरा गईं। इससे दो ट्रॉलियां नीचे गिर गईं। इनमें सवार 12 लोग जख्मी हो गए और दो लोगों की मौत हो गई थी। उधर, बाकी ट्रॉलियां आपस में टकराकर रुक गईं और आसमान में लटक गयी।
देर रात तक यात्रियों को सुरक्षित उतारने की कोशिशें जारी थी, लेकिन ऊंचाई के साथ अंधेरा होने के कारण उन्हें निकाल पाना मुश्किल हो रहा था। सोमवार सुबह सेना को मदद के लिए बुलाया गया। एयरफोर्स के दो हेलिकॉप्टरों के सहारे पर्यटकों को बचाने की कोशिश की जा रही है। वायुसेना और NDRF के जवानों ने इस ऑपरेशन की कमान संभाल रखी है। काफी तेजी से लोगों को 2000 फीट की ऊंचाई पर फंसी ट्रॉलियों से निकाला जा रहा है।
वहीं, रेस्क्यू के वक्त शाम साढ़े पांच बजे दुमका जिले के शिकारीपाड़ा के रोजगार सेवक राकेश मंडल (48 वर्ष) का हेलिकॉप्टर में चढ़ने के दौरान सेफ्टी बेल्ट टूट गया। इससे वह करीब डेढ़ हजार फीट गहरी खाई में गिर गया। इससे उसकी मौत हो गई। सोमवार शाम तक 38 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया लेकिन अब भी 12 लोग फंसे हैं। सभी फंसे पर्यटकों के खाने के लिए कुछ पैकेट, पानी और राहत सामग्री ड्रोन से भेजी जा रही है। रात भर प्रशासन की एक टीम उनकी सहायता के लिए रहेगी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, ‘देवघर की स्थिति पर हमारी नजर बनी हुई है। सभी विशेषज्ञों को भेजा गया है। ऐसी परिस्थितियों को संभालने में सक्षम स्पेशल कमांडो के अलावा वायु सेना, सेना और NDRF की टीम लगी हुई हैं। हादसा होने के के बाद कल रात हो जाने के कारण ऑपरेशन शुरू नहीं किया जा सका। मंगलवार सुबह होते ही कार्य प्रारंभ हो चुका है। इस रोप-वे को बनाने वाले विशेषज्ञ भी मौके पर पहुंच गए हैं।’
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