गाजीपुर। यूपी के गाजीपुर जिले में प्रशासन ने रविवार को मुख्तार अंसारी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। जिला प्रशासन ने आईएस-191 गैंग के सरगना मुख्तार अंसारी की तीन करोड़ 50 लाख रुपये की बेनामी संपत्ति कुर्क कर ली।
कार्रवाई शहर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत महुआ बाग इलाके में की गई है। प्रशासन के मुताबिक कुर्क किया गया 811 वर्ग मीटर का प्लॉट मुख्तार अंसारी की बेनामी संपत्ति था, जो उसकी मां राबिया खातून के नाम पर दर्ज था। महुआबाग में पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की मां रबिया खातून के नाम से मौजूद 811 वर्ग मीटर भूमि कुर्क करने के लिए दोपहर 12 बजे सीओ सिटी ओजस्वी चावला और सदर एसडीएम अनिरुद्ध प्रताप सिंह पहुंचे। सुरक्षा की दृष्टि से नगर कोतवाल विमलेश कुमार मौर्या के नेतृत्व में पुलिस पहले ही मौके पर पहुंच गई थी। इसके बाद टीम ने मुनादी कराकर भूमि की कुर्की कर ली।
प्रशासन की इस कार्रवाई से मुख्तार के समर्थकों एवं रिश्तेदारों में हड़कंप मचा है। महुआबाग स्थित मुख्तार अंसारी की पत्नी आफशा अंसारी के गजल होटल पर भी बीते साल ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की गई थी। मुख्तार अंसारी की अब तक 60 करोड़ की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। साथ ही मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़ी करीब 100 करोड़ की अवैध संपत्ति को ध्वस्त किया जा चुका है।
गाजीपुर जिले में इससे पहले भी मुख्तार अंसारी और उसकी पत्नी समेत अन्य परिवारों के नाम से दर्ज करोड़ो की संपत्ति कुर्क की कार्रवाई की गई है। माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे प्रदेश सरकार के अभियान के तहत इस कार्रवाई से क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। गाजीपुर के अलावा मऊ जिले में भी मुख्तार के आर्थिक साम्राज्य पर चोट दी गई है।
आपको बता दें कि गाजीपुर जिले के यूसुफपुर मोहम्मदाबाद निवासी कथित बाहुबली मुख्तार अंसारी वर्ष 1996 से 2017 तक मऊ शहर विधानसभा क्षेत्र से लगातार पांच बार विधायक निर्वाचित हुआ लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। मऊ सीट से मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी ने समाजवादी पार्टी गठबंधन में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से चुनाव जीता है।