रामपुर। अखिलेश यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं, अभी चाचा शिवपाल यादव के बीजेपी में जाने की खबरें चल ही रही हैं कि इसी बीच रामपुर के सपा कार्यालय से अखिलेश यादव के खिलाफ नाराजगी सामने आने लगी है।
रविवार को रामपुर सपा कार्यालय में एक जनसमस्याओं को लेकर बैठक चल रही थी। इसी बीच आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली शानू ने सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष पर निशाना साधना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि जब आपने कहा कि मैं कोरोना का टीका नहीं लगवाऊंगा तो आज़म खान ने जेल में कोरोना का टीका नहीं लगवाया। नतीजा ये हुआ कि वो मौत के मुंह में जाते-जाते बचे।
फसाहत अली शानू ने कहा कि हम किससे कहें, हमारी तो समाजवादी पार्टी भी नहीं है, जिसके लिए हमने अपना खून का एक-एक कतरा बहा दिया था। अखिलेश यादव जी हमारा सलूक आपके साथ ये था कि जब 1989 में अपने वाजिद साहब को कोई सीएम बनाने को तैयार नहीं था, तब आज़म खान ने कहा था कि मुलायम सिंह यादव को मुख्यमंत्री बनाओ। हमारा कुसूर ये था कि आपके वालिद मुलायम सिंह को राफीकुक मुल्क का ख़िताब दिया था। कन्नौज में जब आप चुनाव लड़े तो आज़म खान ने कहा था कि टीपू को सुल्तान बना दो और जनता ने आपको सुल्तान बना दिया।
फसाहत अली खां शानू ने कहा कि क्या यह मान लिया जाए कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सही कहते हैं कि अखिलेश नहीं चाहते कि आजम खां जेल से बाहर आएं। फसाहत अली ने कहा कि जेल में बंद आजम खां के जेल से बाहर न आने की वजह से हम लोग सियासी रूप से यतीम हो गए हैं। हम कहां जाएंगे, किससे कहेंगे और किसको अपना गम बताएं।
शानू ने कहा कि बीजेपी से हमारी क्या शिकायत? वो हमसे प्यार करते हैं, हम उनसे प्यार करते हैं। जैसा सलूक वो हमारे साथ करते हैं, वैसा सुलूक हम उनके साथ करते हैं। हमारी शिकायत समाजवादी पार्टी से है। हमारे कपड़ों से राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को बदबू आती है। हमारे स्टेजों पर हमारा नाम नहीं लेना चाहते हैं। सारा ठीकरा अब्दुल ने ले लिया है। दरी भी अब्दुल बिछाएगा, वोट भी अब्दुल देगा और जेल भी अब्दुल जाएगा। हमने आपको और आपके वालिद को मुख्यमंत्री बनाया। आप इतना बड़ा दिल नहीं कर सके कि आजम खान को नेता प्रतिपक्ष बना देते। हमारे वोटों से ही 111 सीटें आई हैं।
Discussion about this post