नई दिल्ली। सरकारी टेलिकॉम कंपनी बीएसएनएल (BSNL) देशभर में करीब 1.12 लाख टावर इंस्टॉल करेगी। जिससे भारत में स्वदेशी 4G टेलिकॉम नेटवर्क रोलआउट किया जा सकेगा। टेलकॉम मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।
प्रश्नकाल के दौरान वैष्णव ने कहा कि मैं यह बताते हुए खुशी महसूस कर रहा हूं कि भारत में BSNL का 4G नेटवर्क रोलआउट के लिए पूरी तरह से तैयार है। जिसे इंडियन इंजीनियर ने विकसित किया है। टेलिकॉम मिनिस्टर ने बताया कि बीएसएनएल 6000 मोबाइल टॉवर देशभर में तत्काल प्रभाव से लगाने की दिशा में काम कर रही है। जबकि इसे बाद कुल 1 लाख टावर लगाए जाएंगे। कंपनी इन टावर को देशभर में 4G नेटवर्क के विस्तार के लिए इंस्टॉल कर रही है।
4G के साथ 5G है लॉन्च के लिए तैयार
वैष्णव ने बीएसएनएल की 5G रिपोर्ट का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 4G के साथ ही बीएसएनएल 5G टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है। जो अगले कुछ माह में तैयार हो जाएगा। जब मंत्री से ट्रेन में 4G नेटवर्क की उपलब्धता को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि ट्रेन के अंदर इंटरनेट कनेक्शन की सुविधा 5G नेटवर्क के बाद ही संभव है। उन्होंने बताया कि 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में ट्रेन के अंदर कम्यूनिकेशन 4G टेक्नोलॉजी में बाधित रहेगा। मंत्री ने बताया कि 1 फरवरी 2022 तक देश में करीब 7,93,551 बेस ट्रांसरिसीवर (BTSs) को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा जा चुका है।
ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ेंगे मोबाइल टावर
सरकार ज्यादा से ज्यादा बीएसएनएल टावर को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ रही है। मंत्री ने बताया कि बीटीएस टीएसपी से संबंधित मोबाइल संचार प्रदान करता था। उस ने कहा, उन्हें फाइबर या माइक्रोवेव सहित अन्य माध्यमों से जोड़ने का निर्णय टीएसपी द्वारा लिया जाता है जो उस विशेष स्थान पर आवश्यक नेटवर्क क्षमता सहित विभिन्न तकनीकी-वाणिज्यिक विचारों पर आधारित होता है।
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