बरेली। यूपी के बरेली में एक युवक ने पहले अंकित बन कर शादी रचाई। करीब एक साल तक युवती के साथ रहा। जब उसकी असलियत खुली तो वह युवती पर मतांतरण का दबाव बनाने लगा।जिसका विरोध करने पर उसे घर से बेदखल कर दिया।मामले में पुलिस ने अपनी तफ्तीश शुरू कर दी है।
पीड़ित युवती ने थाने में दी तहरीर में बताया कि वह और रफत हुसैन कादरी एक निजी बैंक की अलग-अलग ब्रांच में कार्यरत थे। पीड़िता ने बताया कि दोनों की मुलाकर मार्च महीने में हुई थी। रफत ने अपना नाम अंकित बताकर उससे दोस्ती की और फिर प्रेमजाल में फंसा लिया। सितंबर में उसने मंदिर में युवती से शादी कर ली। इसके बाद दोनों शहर के महानगर में किराये पर रहने लगे। युवती का कहना है कि कुछ समय पहले उसने रफत के मोबाइल में उसके परिवार वालों का फोटो देखा तो उसको शक हुआ। इसमें उसकी पत्नी का भी फोटो था। उसका आधार कार्ड भी उसने देखा तो सच सामने आ गया।
जब युवती ने उससे कहा कि उसने झूठ क्यों बोला कि वह हिंदू है? इस पर अंकित बने रफत खान ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया। फिर रफत युवती पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाने लगा। लेकिन वो किसी भी कीमत पर अपना धर्म नहीं बदलना चाहती।
पीड़ित युवती ने बताया कि रफत हुसैन कादरी उर्फ अंकित अपने हाथ मे कलावा बांधता था और रोज मंदिर भी जाता था। माथे पर तिलक भी लगाता था, इसलिए उसके मुस्लिम होने का शक ही नहीं हुआ। नतीजतन, वह उसके झांसे में आ गई। पीड़िता ने बताया कि मुझे लगा कि वो युवक हिन्दू ही है।
पीड़ित युवती ने एक और सनसनीखेज आरोप लगाया है कि युवक पहले से शादीशुदा था और उसने उससे अपनी शादी की बात भी छिपाई थी। युवती ने मंगलवार को इस मामले की शिकायत एसएसपी बरेली रोहित सिंह सजवाण से की है। उसके साथ करनी सेना के तमाम कार्यकर्ता भी पहुंचे और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सुभाषनगर थाना पुलिस को जालसाज के खिलाफ एफआईआर लिखने के आदेश दिए है।
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