लखनऊ। अस्पतालों में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दिलाने के लिए उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। अस्पताल आने वाले सभी रोगियों को दवाएं अस्पताल से ही दी जाएं। अगर कोई भी चिकित्सक मरीजों को बाहर से दवा लाने के लिए लिखेगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उप मुख्यमंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी मंडलों के अपर निदेशकों व जिलों के मुख्य चिकित्साधिकारियों (सीएमओ) से जुड़े। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) का समय-समय पर अपर निदेशक व सीएमओ दौरा करें। अनुपस्थित व देर से आने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
उन्होंने कहा कि सभी अस्पतालों में जहां अल्ट्रासाउंड व एक्स-रे मशीन हैं, वे हरहाल में क्रियाशील रहें। सभी चिकित्सक व कर्मी समय से अस्पताल आना सुनिश्चित करें और निर्धारित अवधि तक ड्यूटी पर उपस्थित रहें। सभी चिकित्सक व कर्मचारी मरीजों से अच्छा व्यवहार करें।
अस्पतालों में मरीजों व तीमारदारों के बैठने की व्यवस्था की जाए। ओपीडी व लैब में मरीजों के बैठने के लिए पर्याप्त संख्या में बेंच का इंतजाम किया जाए। भवनों की साफ-सफाई के साथ-साथ नियमित रूप सभी बेड के चादर बदले जाएं। चिकित्सालयों में कूड़ेदान की जगह-जगह व्यवस्था की जाए, ताकि मरीज व तीमारदार इधर-उधर कूड़ा न फेंके। 12 वर्ष से 14 वर्ष तक की उम्र के बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए टीका लगाने के कार्य में तेजी लाई जाए।
उन्होंने मंडलीय अपर निदेशकों व सीएमओ को समय-समय पर चिकित्सालयों और सीएचसी-पीएचसी का निरीक्षण कर व्यवस्था पर निगरानी के निर्देश दिए। पाठक ने चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को निर्देश दिया है कि सभी जिलों में 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों का स्कूलों में कैंप लगाकर कोविड टीकाकरण कराएं। दूसरी खुराक वाले लाभार्थियों का भी जल्द टीकाकरण सुनिश्चित करें।
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