अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर दूसरी बार शपथ लेने के एक हफ्ते बाद योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या के दौरे पर पहुंचे। अयोध्या पहुंचने के बाद सीएम योगी ने हनुमानगढ़ी और रामलला के दर्शन किए। उन्होंने निर्देश दिया कि श्रीराम मंदिर भूमि पूजन और कोविड के बाद यह पहला रामनवमी मेला हो रहा है, इसलिए इसकी तैयारी भव्यता से करायें तथा अयोध्या को विश्व मानचित्र पर लाने के लिए विशेष प्रयास करें। साथ ही उन्होंने कहा कि अयोध्या के जितने भी मठ-मंदिर, धार्मिक स्थल हैं उनको टैक्स के राहत दिया जाए और उनपर किसी तरीके का कमर्शियल टैक्स न लगाया जाए।
दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद अयोध्या के पहले दौरे पर पहुंचे सीएम योगी ने रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन किए। सीएम योगी ने मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास, भक्तमाल के पीठाधीश्वर कौशल किशोर सहित अन्य संतों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने राम मंदिर के भूमिपूजन/शिलान्यास के बाद प्रथम रामनवमी के उत्सव को लेकर तैयारियों की समीक्षा की।
रामकथा संग्रहालय में रामनवमी की तैयारी की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी अदित्य नाथ ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण प्रारम्भ हो गया है।रामनवमी के बाद भी प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूरे भारत से प्रतिदिन आएंगेl इसे ध्यान में रखते हुए रखते हुए अयोध्या का ऐसा मन मोहक वातावरण तैयार करेंl अयोध्या की ऐसी सजावट करें कि श्रद्धालुओं को अयोध्या प्रवेश करते ही उन्हें पूरा वातावरण राम मय लगे और जब वे अपने गृह जनपद वापस जाए तो एक अच्छा भाव लेकर जाएं। जैसा कि अयोध्या आते वक्त जैसी परिकल्पना श्रद्धालु के मन में रही हो।
सीएम ने कहा कि चुनाव के पूर्व जो भी विकास योजनाएं बनाई गई और वे लंबित पड़ी हो,उन्हें तत्काल शुरू कराएं जिनकी डीपीआर न बनी हो उनकी डीपीआर बनाकर भेजे जिससे सभी परियोजनाओं का कार्य तेजी से शुरू कराकर निर्धारित अवधि में पूर्ण कराये। अयोध्या के आन्तरिक गलियों सहित सभी सड़कें चाहे वह पीडब्लूडी, विकास प्राधिकरण, या नगर निगम की हो मेला के पूर्व उसे ठीक कराये।राम मंदिर निर्माण प्रारम्भ होने के बाद तथा कोविड के पश्चात पहली बार राम नवमी का मेला होने जा रहा है ऐसे में लाखो की संख्या में श्रद्धालु आयेगें। ऐसे में श्रद्धालुओं को नागरिक सुविधाओं सहित सभी व्यवस्था बेहतर ढंग से की जाएं।
सीएम ने इस अवसर पर घोषणा की कि अब मठों, मंदिरों, धर्मशालाओं एवं धमार्थ से जुड़ी संस्थाओं से नगर निगम कमर्शियल दर से गृहकर, जलकर नहीं लेगा। ये सभी संस्थाएं धर्मार्थ एवं जन सेवा का कार्य करती हैं। इनसे टोकन मनी के रूप में सहयोग लिया जाएगा। यदि आवश्यक हो तो नगर निगम इसका प्रस्ताव बनाकर शीघ्र नगर विकास विभाग से अनुमोदन प्राप्त कर ले। सीएम योगी आदित्यनाथ के इस फैसले के बाद मठ-मंदिर और धार्मिक स्थलों से कमर्शियल टैक्स नहीं लिए जाएंगे। अयोध्या में करीब 10 हजार मठ-मंदिर हैं। सीएम योगी के ऐलान के बाद धर्मशालाओं को भी टैक्स नहीं देना होगा।
5 सालों में 56 बार अयोध्या आए योगी
सरकारी बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री अपने पहले कार्यकाल (2017-2022) में बतौर मुख्यमंत्री 55 बार अयोध्या आये। 25 मार्च, 2022 से बतौर मुख्यमंत्री उनकी दूसरी पारी शुरू हुई है और वह शुक्रवार को दूसरी पारी में पहली बार अयोध्या आये। इस तरह देखा जाए तो बीते 5 सालों में वह 56 बार अयोध्या आ चुके हैं।
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