गाजियाबाद। नवरात्रि का पवित्र पर्व 2 अप्रैल यानी शनिवार से शुरू हो रहा है, लोगों की धार्मिक भावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने खाद्य सुरक्षा विभाग को मीट की दुकानें और मांसाहारी होटल बंद कराने का निर्देश दिया है। इसके लिए खाद्य सुरक्षा विभाग की छह टीमें बना दी गई हैं। इन टीमों ने शुक्रवार को जिलेभर में भ्रमण करके दुकानदारों को 2 अप्रैल से दुकानें 9 दिन के लिए बंद करने का निर्देश दिया है।
आज से नवरात्र शुरू हैं। सनातन धर्म के मुताबिक नवरात्र में मां भगवती अपने भक्तों पर विशेष कृपा करती हैं। इसीलिए इन दिनों मां भगवती की नौ रूप की 9 दिन तक पूजा अर्चना की जाती है और सनातन धर्म के लोग 9 दिन तक व्रत रखकर मां भगवती की आराधना करते हैं। 9 दिन तक व्रत रखने वाले लोगों को जगह-जगह बिकने वाले मीट के कारण परेशानी ना हो। इसलिए शासन ने 9 दिन तक मीट की दुकानों को बंद कराए जाने के आदेश जारी किए हैं।
दुकानों को बंद कराया गया
आदेश के चलते गाजियाबाद में भी खाद्य सुरक्षा विभाग की तरफ से कुल 6 टीमों का गठन किया गया है। नवरात्र से पहले खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमों ने शहर के अलग-अलग इलाकों में दौरा किया। जहां पर खुले में अवैध रूप से मीट की बिक्री की जा रही थी। ऐसी दुकानों को बंद कराया गया साथ ही लाइसेंस वाले मीट के दुकानदारों को भी निर्देशित किया गया कि अगले 9 दिन तक मीट की दुकानों को बंद रखा जाए।
खुले में मीट बेचने वालों पर भी सख्ती
खाद्य सुरक्षा अधिकारी एन एन झा ने बताया कि शासन के आदेश अनुसार निरीक्षण करने वाली टीम ने आरडीसी स्थित करीब 12 दुकानों को बंद कराया। इसके अलावा विजयनगर इलाके में भी करीब 12 से ज्यादा मीट की दुकानों को बंद कराया गया है। उन्होंने बताया कि इन सभी दुकानदारों को साफ तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि अगले 9 दिन तक मीट की दुकानों को ना खोला जाए। खासतौर से खुले में जो अवैध रूप से मीट की दुकानें न लगाई जाएं।
नवरात्र के बाद भी ध्यान रखने होंगे नियम
उन्होंने कहा कि नवरात्र के बाद भी मीट की दुकान चलाने वाले लोगों को इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि बाहर खुले में वह मीट की बिक्री न करें। जो मानक लाइसेंस लेते वक्त तय किए गए थे, उनके अनुसार ही मीट की बिक्री की जाए। उन्होंने बताया कि फिलहाल 9 दिन तक किसी भी इलाके में मीट की दुकानों को नहीं खुलने दिया जाएगा।
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