उदयपुर। राजस्थान के उदयपुर और उसके आसपास के इलाकों में कोरोना की तरह कुत्तों में पार्वो वायरस बहुत तेजी फैल रहा है। कोरोना एक दूसरे के संपर्क में आने से मनुष्य में फैल रहा था और पार्वो वायरस कुत्तों से कुत्तों में फैल रहा है। कुत्तों के शरीर में यह वायरस आमाशय व आंत को संक्रमित कर रहा है। इससे कुत्तों का खाना पीना छूट रहा है और भूख से कुत्ते मर रहे हैं। डॉग लवर्स इसको लेकर चिंतित हैं।
पशु चिकित्सकों के मुताबिक, अब तक जांच में जो सामने आया है कि उससे अच्छी बात यह है कि यह वायरस सिर्फ कुत्तों को ही संक्रमित कर रहा है। बाकी सभी जानवर जैसे बैल, बकरी, गाय, घोड़ा और ऊंट पूरी तरह से सुरक्षित हैं। उदयपुर में चेतक सर्किल स्थित सबसे बड़े पशु चिकित्सालय में डॉ. संजय जैन बताते हैं कि 15 मार्च के बाद अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले कुत्तों की तादाद अचानक छह गुना तक बढ़ गई है। गली के कुछ कुत्तों को डॉग लवर्स ला रहे हैं, लेकिन इलाज नहीं मिल पाने के कारण लावारिस कुत्तों का मरना स्वाभाविक है।
अस्पताल में भी जान बचाना हो रहा है मुश्किल
पशु चिकित्सक बताते हैं कि अस्पताल लाए जा रहे कुत्तों की जान बचाना भी मुश्किल हो रहा है। तबीयत बिगड़ने पर अब पालतू कुत्तों को लेकर तत्काल अस्पताल ला रहे हैं। उन पालकों के लिए ज्यादा परेशानी हो रही है जिन्होंने अपने घर, फार्म हाउस व रिसॉर्ट पर एक अिधक कुत्ते पाल रखे हैं। टाइगर हिल निवासी अनूप भारद्वाज के तीन कुत्तों में पार्वो वायरस मिला है। इनमें से एक की मौत हो गई है और दो का इलाज चल रहा है। पंचवटी निवासी डॉ. डीपी शुक्ला के चार कुत्तों की मौत पार्वो वायरस की वजह से हुई है।
क्या हैं लक्षण
डॉ. संजय जैन बताते हैं कि पार्वो वायरस से संक्रमित होने वाले कुत्तों को पहले बुखार आता है। आमाशय व आंत में संक्रमण फैलने से खाना पीना बंद कर देते हैं। कुत्तों को लगातार उल्टी व दस्ते होते हैं। उल्टी में खून भी निकलने लगता है। अस्पताल में भी दूसरी बीमारी वाले कुत्तों को अलग जगह पर ट्रीटमेंट की व्यवस्था की गई है।
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