लखनऊ। लखनऊ के इकाना स्टेडियम में योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। उनके अलावा केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने डिप्टी सीएम पद की शपथ दिलाई गई। सीएम योगी के अलावा डिप्टी सीएम समेत 52 मंत्रियों ने शपथ ली है। नए मंत्री मंडल में कई पुराने चेहरों की वापसी हुई है, लेकिन पिछली सरकार में मंत्री रहे कई लोगों को इस बार सरकार में जगह नहीं मिली है। गाजियावाद विधायक अतुल गर्ग का भी पत्ता कट गया है, उन्हें पूर्व सरकार में स्वास्थ्य राज्य मंत्री बनाया गया था। साथ ही यूपी में सबसे ज्यादा वोट से जीतने वाले साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा को भी मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिली है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में पूर्ण बहुमत हासिल करने के बाद बीजेपी दोबारा सत्तासीन हो गयी। नई सरकार का शपथ ग्रहण शुक्रवार की शाम चार बजे शुरू हुआ। यह भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में हुआ। योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली। योगी कैबिनेट 2.0 में दिनेश शर्मा की जगह ब्रजेश पाठक को मौका मिला है। वहीं, केशव प्रसाद मौर्य को डिप्टी सीएम के तौर पर बनाए रखा गया है। इस तरह राज्य में फिर दो डिप्टी सीएम होंगे।
52 सदस्यों वाले मंत्रिमंडल में 2 उप मुख्यमंत्री सहति 18 कैबिनेट मंत्री , 14 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 18 राज्य मंत्रियों ने शपथ ली है। जहां नए मंत्रिमंडल में कई चेहरों को पहली बार जगह मिली है। वहीं कई दिग्गजों का पत्ता कट गया है। बड़े नामों में उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, श्रीकांत शर्मा, उच्च चिकित्सा और शिक्षा मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह मंत्रीमंडल की लिस्ट से गायब है।
इसके अलावा गाजियाबाद से विधायक अतुल गर्ग को भी मंत्रीमंडल में जगह नहीं मिली है, साल 2017 में योगी सरकार के गठन के बाद गाजियाबाद सदर क्षेत्र से विधायक अतुल गर्ग को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था, उन्हें राज्य स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया लेकिन पहले कार्यकाल की शुरुआत से अंत तक राज्य मंत्री रहे अतुल गर्ग पर कोरोना संक्रमण के दौरान सवाल थे। लोगों का कहना था कि कोरोना संक्रमण के दौरान स्वास्थ्य राज्य मंत्री से लोगों की उम्मीदें थी लेकिन वो इस पर खरे नहीं उतरे।
वहीं विधानसभा चुनाव से पहले अतुल गर्ग के खिलाफ पर्चे भी बंटे थे। इन पर्चों पर लिखा था ‘योगी जी से कोई बैर नहीं, पर अतुल गर्ग तुम्हारी खैर नहीं’। पर्चों में अतुल गर्ग के लिए यह भी लिखा है कि जनता स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविाा से वंचित रही और विधायक बंद कमरे में क्वारंटाइन रहे। बच्चे शिक्षा के लिए कॉलेज का इंतजार करते रहे। स्वास्थ्य मंत्री रहते आपकी नाक के नीचे रेमडेसिविर ब्लैक हुआ।
इसी तरह साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा के भी मंत्रिमंडल में शामिल होने की चर्चाएं थी, जो सिर्फ चर्चाएं बनकर रह गईं। सुनील शर्मा ने देश में सबसे ज्यादा वोटों 2 लाख 14 हजार वोटों से जीतकर नया रिकॉर्ड बनाया था।
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