शिमला। टीबी उन्मूलन में हिमाचल प्रदेश ने देश के बड़े राज्यों को पीछे छोड़कर पहला स्थान हासिल किया है। आंध्र प्रदेश दूसरे स्थान पर है। 50 लाख से ज्यादा आबादी वाले राज्यों का आकलन करने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह आंकड़े जारी किए हैं।
गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख माडविया हिमाचल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को सम्मानित करेंगे। हिमाचल सरकार की ओर से इस पुरस्कार को लेने के लिए डॉ. गोपाल बेरी को भेजा है। हिमाचल में बीते वर्ष टीबी उन्मूलन में बेहतर कार्य किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव- गांव में टीमें भेजी गईं। इस दौरान टीबी के मरीजों को ढूंढा गया। इन मरीजों की संख्या 14,495 पाई गई।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन्हें घर जाकर निशुल्क दवाइयां दी गईं। स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने सामने मरीजों को यह दवाइयां खिला रहे हैं। इस सराहनीय कार्य के लिए हिमाचल प्रदेश ने बड़े राज्यों की श्रेणी में प्रथम स्थान हासिल किया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार 50 लाख से कम आबादी वाले राज्यों की श्रेणी में सिक्किम पहले, गोवा दूसरे स्थान पर रहा है।
केंद्र शासित प्रदेशों की सूची में डीएनएच और डीडी पहले और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह दूसरे नंबर पर रहा। स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी ने बताया कि हिमाचल के लिए यह गर्व की बात है। उधर, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों की सराहना की है।
टीबी उन्मूलन में जिले भी होंगे सम्मानित
भारत सरकार ने टीबी उन्मूलन के लिए राज्य और जिला स्तर पर उप राष्ट्रीय कार्यक्रम शुरू किया है। वर्ष 2021-22 के लिए प्रदेश के सभी जिलों को नामांकित किया गया। राज्य के आठ जिले हमीरपुर, किन्नौर, कुल्लू, कांगड़ा, मंडी, शिमला, लाहौल स्पीति ऊना को सिल्वर मेडल जबकि चंबा, सिरमौर और जिला सोलन को कांस्य पदक से सम्मानित किया जाएगा।
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