दिल्ली। करीब तीन साल बाद दक्षिण दिल्ली के व्यस्त आश्रम चौराहे पर बहुप्रतीक्षित अंडरपास का ट्रायल मंगलवार से शुरू कर दिया गया। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने सुबह पहले बदरपुर से निजामुद्दीन के लिए एक कैरिज्वे को खोला। साफ-सफाई और मलबे को हटाने का कार्य शेष होने की वजह से दूसरे कैरिज्वे को फिलहाल यातायात के लिए नहीं खोला गया है। एक ही कैरिज्वे के खुलने से सड़क संकरी है, जिससे वाहनों को अब भोगल की तरफ अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है।
750 मीटर लंबे आश्रम अंडरपास के खुलने से दिल्ली-एनसीआर के लाखों वाहन चालकों को जाम में फंसने की चिंता नहीं सताएगी और आवागमन में सहूलियत होगी। पीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अंडरपास में वाहनों को सुबह 7 से रात 10 बजे तक ही आवाजाही की अनुमति होगी। इस दौरान वाहनों के आवागमन में पेश आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए रात के वक्त शेष कार्यों को पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री की ओर से इस सुविधा के औपचारिक उद्घाटन किए जाने तक ट्रायल जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि 31 मार्च से पहले शेष कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा। खास बात यह है कि अंडरपास में बारिश के कारण जलभराव भी नहीं होगा।
इसी माह उद्घाटन की उम्मीद
अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि मार्च के अंत तक इसका उद्घाटन किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस महीने के शुरू में दक्षिणी दिल्ली में आश्रम अंडरपास का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने घोषणा की थी कि यह सुविधा 22 मार्च को जनता के लिए खोल दी जाएगी। हालांकि, पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने कहा कि अभी तक उद्घाटन के लिए सरकार से कोई तारीख नहीं दी गई है। यह अंडरपास निजामुद्दीन और आईटीओ को मथुरा रोड पर फ्रैंड्स कॉलोनी और बदरपुर से जोड़ता है।
दिसंबर 2019 में रखी गई थी आधारशिला
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 24 दिसंबर, 2019 को आश्रम अंडरपास की आधारशिला रखी थी। इसे एक साल में पूरा किया जाना था। आश्रम चौक मध्य और दक्षिणी दिल्ली और फरीदाबाद के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी है। यह चौराहा मथुरा रोड और रिंग रोड (लाजपत नगर-सराय काले खां और डीएनडी फ्लाईओवर) को जोड़ता है।
शेष कार्यों के पूरा होने पर मिलेगी राहत
वाहन चालक अनुज ने बताया कि अंडरपास से निकलने वाली सड़क संकरी होने के अलावा गली के पास खड़े वाहनों और बिजली का सब स्टेशन होने के कारण अभी भी परेशानी आ रही है।
ट्रायल के दौरान 40 किमी प्रतिघंटे की होगी रफ्तार
फिलहाल निर्माण उपकरण और सामग्री भी निजामुद्दीन से बदरपुर की तरफ कैरिज्वे पर हैं। अंडरपास के रैंप को दोनों तरफ घुमावदार लोहे के ढांचे से ढका जा रहा है। इनकी वेल्डिंग के अलावा प्रवेश-निकास बिंदुओं पर फुटओवर ब्रिज का निर्माण भी चल रहा है। ट्रायल रन के दौरान अंडरपास में अधिकतम गति सीमा 40 किमी प्रति घंटे रखी गई है।
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