दिल्ली। इंदिरा गांधी नैशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) से बीए की पढ़ाई कर रहा 23 साल का लड़का अपने फाइनल इयर का एग्जाम मंडोली जेल से देगा। स्टूडेंट के लिए जेल में एग्जामिनेशन सेंटर बनाया गया है। वह नशीले पदार्थ के साथ पकड़ा गया था, जिसके बाद से जेल में बंद है।
आरोपी का नाम अंकित नय्यर है। वह इग्नू का छात्र है। वह 1200 ग्राम चरस के साथ पकड़ा गया था। उसने कड़कड़डूमा कोर्ट में 15 मार्च से एग्जाम होने के आधार पर बेल की याचिका लगवाई थी। कोर्ट ने ईस्ट दिल्ली पुलिस के स्पेशल स्टाफ में तैनात आईओ (जांच अधिकारी) को यूनिवर्सिटी से यह वेरिफाई करने के लिए कहा था कि आरोपी वहां का स्टूडेंट है या नहीं? उसका एग्जाम है या नहीं? आरोपी के एडवोकेट का कहना है कि वेरिफाई करने के बजाय जांच अधिकारी एसआई ने संबंधित यूनिवर्सिटी में उनके मुवक्किल का एग्जाम सेंटर बदलने की एप्लीकेशन दी।
यूनिवर्सिटी ने अंकित का एग्जाम सेंटर मंडोली जेल को ही बना दिया। यूनिवर्सिटी की ओर से इसकी सूचना जेल सुपरिंटेंडेंट को भी दे दी गई है। आईओ से रिपोर्ट मिलने के बाद स्पेशल जज (एनडीपीएस) रीतेश सिंह ने आरोपी की बेल याचिका खारिज कर दी है।
एडवोकेट आरके चौधरी ने बीते शुक्रवार को अपने मुवक्किल अंकित की बेल याचिका लगाई थी। चौधरी ने बताया कि इस याचिका पर कोर्ट ने एसआई अरविंद कुमार को एग्जाम है या नहीं, यह पता लगाने कहा। उनका आरोप है कि आईओ ने इसके उलट काम किया। उन्होंने यूनिवर्सिटी से पूछने के जगह आरोपी के बारे में बताया कि कैसे वह चरस के साथ पकड़ा गया। अभी जेल में है। वह एग्जाम के ग्राउंड पर बेल मांग रहा है। इस कारण उसका एग्जाम जेल से ही दिलवाया जाए। इस पर यूनिवर्सिटी ने जेल से ही आरोपी का एग्जाम करवाने की बात कही। जेल प्रशासन को भेजे गए लेटर में 15 मार्च से 9 अप्रैल तक होने वाले सभी एग्जाम की जानकारी दी गई है। यूनिवर्सिटी ने उसका हॉल टिकट भी अपलोड कर दिया है।
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