नई दिल्ली। पांच राज्यों के नतीजों में से चार राज्यों यानी कि उत्तर प्रदेश, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में बीजेपी ने शानदार जीत दर्ज की है हालांकि बीजेपी को बड़ा झटका उत्तराखंड से लगा है, जहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद चुनाव हार गए हैं, साथ ही यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को भी शिकस्त मिली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन की बदौलत ‘नया इतिहास’ रचते हुए करीब तीन दशकों बाद उत्तर प्रदेश में निवर्तमान सरकार की सत्ता में वापसी हुई है। इसके साथ ही भाजपा के लिए होली का जश्न मनाने का मौका एक सप्ताह पहले आ गया। प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा गाजियाबाद जिले की साहिबाबाद है और बीजेपी के प्रत्याशी सुनील शर्मा ने विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी जीत दर्ज की है। सुनील ने सपा-रालोद गठबंधन प्रत्याशी अमरपाल शर्मा को 2,14,845 मतों से हराया।
उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड में 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 47 सीटों पर जीत दर्ज की है हालांकि निवर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा में 6579 वोटों से हार गए। इससे पहले उन्होंने लगातार दो बार इस सीट पर जीत दर्ज की थी। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी कांग्रेस की नैया पार नहीं लगा सके, ना ही वह लालकुआं सीट पर जीत हासिल कर पाए। कांग्रेस राज्य में 18 सीटें जीत पाई है और एक पर बढ़त बनाए हुए है।
मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा ने 32 सीटों पर जीत हासिल की है। कांग्रेस केवल 5 सीटें जीत सकी। खंडित जनादेश के पूर्वानुमान को खारिज करते हुए गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भाजपा को जीत दिलाने में कामयाब रहे। भाजपा ने कहा है कि उसे महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (दो सीट) और तीन निर्दलीय विधायकों से समर्थन के पत्र मिले हैं, जिससे सत्तारूढ़ दल 21 के बहुमत के आंकड़े को पार कर सकता है। भाजपा ने यहाँ 20 सीटों पर जीत हासिल की है।
उधर पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) ने 3 चौथाई बहुमत के साथ प्रचंड जीत हासिल की है। आप ने पंजाब में अपने जबरदस्त प्रदर्शन के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव के पहले विपक्षी खेमे में राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण उपस्थिति दर्ज कराई है। पंजाब में आप की मजबूत लहर में कई कद्दावर नेताओं को हार का सामना करना पड़ा। इनमें शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और उनके पिता प्रकाश सिंह बादल, कांग्रेस नेता एवं मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू शामिल हैं।
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह नतीजे पार्टी के गरीब हितैषी और अति सक्रिय शासन पर जनता की बड़ी मजबूत मुहर है। उन्होंने कहा, जो लोग उत्तर प्रदेश को जाति के चश्मे से देखते हैं, वे इसका अपमान करते हैं, राज्य के लोगों ने 2014 से विकास की राजनीति के लिए बार-बार वोट दिया है।