लखनऊ। जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे और मऊ सदर विधानसभा से समाजवादी पार्टी गठबंधन के उम्मीदवार अब्बास अंसारी पर चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के नाम पर अधिकारियों को मंच से धमकी देने के मामले में कार्रवाई करते हुए निर्वाचन आयोग ने अब्बास पर चौबीस घंटों तक प्रचार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
अब्बास अंसारी अपने पिता मुख्तार अंसारी की परंपरागत सीट मऊ सदर से इस बार सपा गठबंधन के प्रत्याशी हैं। उन्हें सुभासपा के चुनाव चिह्न पर मैदान में उतारा गया है। निर्वाचन आयोग की तरफ से जारी नोटिस में लिखा गया है कि बतौर प्रत्याशी अब्बास ने जनसभा के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन किया है। उनका जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, उसे देखने पर साफ लग रहा है कि यह निर्वाचन के लिए बने नियमों का उलंघन है। नोटिस में वीडियो का ट्रासक्रिप्ट भी दिया गया है।
अब्बास अब किसी भी तरह की राजनीतिक गतिविधियों में भागीदारी और प्रचार प्रसार नहीं कर सकेंगे। यह पाबंदियां शुक्रवार की शाम सात बजे से शुरू हो गई हैं। मऊ में अंतिम चरण में सात मार्च सोमवार को मतदान होना है। शनिवार की शाम यहां चुनाव प्रचार का शोर थम जाएगा। ऐसे में अब चुनाव तक अब्बास किसी सभा आदि में हिस्सेदारी नहीं कर सकेंगे। इस बारे में निर्वाचन आयोग ने अब्बास अंसारी को एक नोटिस भी जारी की है।
- पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अब्बास अंसारी का वीडियो गुरुवार को वायरल हुआ है। इसके आधार पर नगर कोतवाली में आचार संहिता उल्लंघन व भड़काऊ भाषण देने का मुकदमा पंजीकृत कर रिपोर्ट रिटर्निंग आफिसर, सदर को प्रेषित कर दी गई है।
दरअसल अब्बास अंसारी के विवादित भाषण का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो गुरुवार को नगर क्षेत्र में एक सार्वजनिक रैली का है। इसमें अब्बास अंसारी कह रहा है कि मैंने अगले मुख्यमंत्री अखिलेश भैया से कह दिया है-जो आज डंडा चला रहे हैं, उन्हें सब सूद समेत वापस लौटाऊंगा। सपा सरकार बनने पर अधिकारियों से अच्छी तरह से निपटा जाएगा। जो है, वह यहीं रहेगा। जिस जिसके साथ जो-जो किया है, उसका हिसाब-किताब यहां देना पड़ेगा। पहले हिसाब-किताब होगा, उसके बाद जाने पर मोहर लगाई जाएगी। मेरी शराफत को मेरी कमजोरी मत समझो, ये मैं पैगाम दे रहा हूं। आज चुप बैठा हूं, दो कदम पीछे हटा हूं, मगर जिस दिन छलांग लगाऊंगा, उस दिन अहसास हो जाएगा।
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