अयोध्या। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजों से पहले अयोध्या के जिलाधिकारी आवास के बोर्ड के बदलते रंग ने सियासी पारा बढ़ा दिया है। डीएम ने इसे भवन निर्माण विभाग की नीति बता रहे हैं लेकिन जनता इसे प्रदेश में सत्ता परिवर्तन से जोड़कर भी देख रही है।
पीडब्ल्यूडी के गेस्ट हाउस में डीएम अयोध्या का अस्थाई आवास है। यहाँ बोर्ड के रंग को लेकर मामला गर्म है। भगवा रंग के बोर्ड को हटा कर बुधवार को हरे रंग का बोर्ड लगा दिया गया था। मीडिया में रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन ने एक बार फिर बोर्ड का रंग बदलवा दिया है। अब बोर्ड पर लाल रंग कर दिया गया है। मामला सामने आने के बाद डीएम नितीश कुमार ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी क्योंकि आचार संहिता में ही पीडब्ल्यूडी ने भगवा बोर्ड हटाकर हरा बोर्ड लगा दिया था।
डीएम नितीश कुमार ने इसके बारे में अनिभिज्ञता जाहिर करते हुए बताया कि उनका आवास पीडब्ल्यूडी विभाग के डाक बंगले में हैं। डाक बंगले के रेनोवेशन के साथ विभाग ने हरे रंग का आवासीय बोर्ड लगवाया है। उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन गलत समय में किया गया है, जिसके बारे में पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि पीडब्ल्यूडी की कलर नीति के तहत ही बोर्ड का रंग बदला गया है।
बता दें, साल 2017 में बीजेपी सरकार बनने के साथ ही अयोध्या से लेकर वाराणसी तक रंगों की राजनीति भी खूब हुई। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने और नेताओं के दौरों को बढ़ने के बाद कई इमारतों को भगवा रंग में रंग दिया गया। इसी तरह काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के उद्घाटन के समय वाराणसी में भी भगवा रंग पोता गया।
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