गाजियाबाद। मसूरी थाने में तैनात दो सिपाहियों को युवती भगाने के मामले में आरोपित पक्ष पर समझौते का दबाव बनाकर पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
मसूरी थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि लोनी निवासी जितेंद्र मेरठ के लिसाड़ी गेट में नौकरी करता है। उसकी मुलाकात लिसाड़ी गेट निवासी एक युवती से थी। युवती बृहस्पतिवार को मसूरी थाना क्षेत्र में रिश्तेदारी में आई थी। इस दौरान जितेंद्र उसे भगाकर अपने साथ ले गया। शुक्रवार को युवती के स्वजन ने थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। शनिवार को पुलिस ने युवती को बरामद कर लिया और स्वजन ने आरोपित युवक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
वहीं सोमवार को युवती के कोर्ट में बयान होने थे। इससे पहले ही मसूरी थाने की एसओजी में तैनात सिपाही नाजिम व अरविद ने आरोपित पक्ष से संपर्क कर लिया। दोनों सिपाही समझौते के नाम पर एक लाख रुपये मांगने लगे। बाद में उन्होंने यह रकम बढ़ाकर पांच लाख कर दी। अरोपित सिपाहियों ने पांच लाख रुपये न देने पर मुकदमे में दुष्कर्म की धारा बढ़वाने की धमकी दी।
जितेंद्र के भाई सतेंद्र ने मामले की शिकायत पुलिस के उच्चाधिकारियों से की। मामले में जांच कराई गई तो शिकायत सही पाई गई। इसके बाद पुलिस ने सतेंद्र की तहरीर पर दोनों सिपाहियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। दोनों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की जा रही है। आरोपितों के खिलाफ विभागीय जांच भी बैठाई जा रही है।