दिल्ली पुलिस ने पकड़ा 300 से ज्यादा गाड़ियाँ चुराने वाला गाजियाबाद का शातिर चोर

दिल्‍ली। 2013 से फरार चल रहे एक कुख्‍यात वाहन चोर को दिल्‍ली पुलिस ने पकड़ लिया है। शातिर 2013 में पकड़ा गया था मगर जमानत पर छूट गया। उसके बाद से वह कभी पुलिस के हाथ नहीं लगा।

डीसीपी (सेंट्रल) श्‍वेता चौहान के अनुसार गाजियाबाद के नदीम खान उर्फ वलादीन (37) ने पिछले कुछ सालों में 300 से ज्‍यादा कारें चुराई हैं। पुलिस ने कहा कि वह हादसे का शिकार गाड़‍ियों पर नजर रखता था। बीमा कंपनियों से ऐसी गाड़‍ियां स्‍क्रैप के रूप में खरीद लेता था। कार ठिकाने लगा दी जाती थी मगर नदीम के पास गाड़ी का रजिस्‍ट्रेशन सर्टिफिकेट व अन्‍य कागज रह जाते थे। इसके बाद उसका गैंग डुप्‍लीकेट चाभियों की प्रोग्रामिंग कर उसी मेक और मॉडल की कारें चुराता। फिर उसका चेसिस/इंजन नंबर बदल कर स्‍क्रैप वाली गाड़ी जैसा कर दिया जाता।

दिल्‍ली पुलिस के अनुसार, चेसिस/इंजन नंबर बदलने के बाद ग्राहक तलाशने का जिम्‍मा हसन का होता था। वह लुभावने रेट में गाड़‍ियां बेचता। नदीम ने बताया कि उसने चोरी की एक इनोवा 2 लाख रुपये में बेची और फॉर्च्‍यूनर तीन लाख में। KIA और क्रेटा को 80 हजार में बेचा जबकि Brezza को सिर्फ 60 हजार रुपये में। रिमांड के दौरान, दोनों की निशानदेही पर जयपुर और जोधपुर से छह कारें और बरामद की गईं।

आरोपी Kia, Toyota, Maruti, Hyundai जैसी कंपनियों की लग्‍जरी कारें चोरी करता था। उसके पास से दो की-प्रोग्रामिंग टैबलेट सीज किए गए हैं। इसके अलावा Seltos, Creta, Brezza, Innova और Fortuner जैसी सात कारें भी मिली हैं। पुलिस ने 43 साल के सैयद सलीम हसन को भी अरेस्‍ट किया है जिसने चोरी की गाड़‍ियां खरीदीं। रिमांड के दौरान, दोनों की निशानदेही पर जयपुर और जोधपुर से छह कारें और बरामद की गईं। दिल्‍ली पुलिस के अनुसार, हसन के संबंध कई कार चोरों से थे और वह जयपुर, राजस्‍थान और दिल्‍ली के आउटर एरिया से चोरी की कारों की डिलिवरी लेता था।

पुलिस को सेंट्रल दिल्‍ली में ऑटो-लिफ्टिंग की शिकायतें मिल रही थीं। कुछ संदिग्‍धों को ट्रैक करने के लिए एसीपी योगेश मल्‍होत्रा और SI संदीप गोदारा के नेतृत्‍व में टीम बनाई गई। पुलिस को नदीम के मूवमेंट के बारे में खबर मिली। पता चला कि वह चोरी की फॉर्च्‍यूनर में ITO के पास एक सीमेट्री में आने वाला है। पुलिस ने जाल बिछाया और आरोपी को धर लिया गया। उसके पास से एक लोडेड पिस्‍टल बरामद की गई है। फॉर्च्‍यूनर का नंबर फर्जी था। वह 16 फरवरी को वसंत विहार से चुराई गई थी।

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