गाजियाबाद। मसूरी क्षेत्र में खाद्य सुरक्षा टीम बनकर दुकानदारों से अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। इस मामले में मसूरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमाशंकर सिंह ने बताया कि शुक्रवार को खाद्य कारोबारी अमितपाल निवासी इंद्रगढ़ी डासना देहात का फोन आया। अमित ने उन्हें बताया कि तीन लोगों की टीम जांच करने के लिए आई हुई है। वह खुद को खाद्य सुरक्षा विभाग से होना बताकर फास्टेक ट्रेनिंग के नाम पर पांच सौ से एक हजार रुपए तक दुकानदारों से वसूली कर रहे हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारी उमाशंकर सिंह के निर्देश पर कारोबारी अमितपाल ने कथित टीम के तीनों लोगों को रोक लिया।
जब खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम वहां पहुंची तो तीनों लोगों ने बताया कि उन्हें ग्रीन फूड कंसलटेंसी के मालिक शांतनु गुप्ता व केके तोमर ने भर्ती किया है और हर महीने 300 प्रमाण पत्र बनाने का टारगेट दिया है। इसके बदले उक्त कंसलटेंसी उन्हें 18 हजार रुपए प्रति महीना वेतन दे रही है। छानबीन में तीनों लोगों से ट्रेनिंग एप्लीकेशन फार्म, फास्टेक का पहचान पत्र, आधार कार्ड आदि दस्तावेज बरामद किए। अपनी जांच में टीम ने पाया कि ये लोग फर्जी तरह से पैसा वसूल रहे थे।
उमाशंकर सिंह ने इस मामले में रवि कुमार निवासी ढिकौली बागपत, अजय कुमार निवासी रोरी मोदीनगर, दीपक कुमार सिंह निवासी रोरी मोदीनगर, शांतनु गुप्ता व केके तोमर के खिलाफ मसूरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने सभी को हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार कर लिया है।
Discussion about this post