नई दिल्ली। दिल्ली यूनिवर्सिटी ने सभी कॉलेजों/फैकल्टी/डिपार्टमेंट को मार्च-अप्रैल में होने वाले अंडरग्रैजुएट और पोस्टग्रैजुएट एग्जामिनेशन को लेकर गाइडलाइंस जारी की हैं। कोविड को देखते हुए अब इंटरनल असेसमेंट तीन पार्ट-क्लास टेस्ट, ट्यूटोरियल टेस्ट और अटेंडेंस के बजाय सिर्फ असाइनमेंट पर तय होगा।
एग्जामिनेशन ब्रांच की ओर से जारी की गई गाइडलाइंस में सेमेस्टर थ्योरी एग्जामिनेशन से पहले इंटरनल असेसमेंट, प्रैक्टिकल, वाइवा, प्रोजेक्ट, ओरल, अप्रेंटिसशिप, इंटर्नशिप और फील्ड वर्क 25 मार्च तक पूरा करने के लिए कहा गया है।
अंडरग्रैजुएट कोर्सेज के लिए प्रैक्टिकल सिलेबस के आधार पर टीचर्स असाइनमेंट्स देंगे। जो ऑनलाइन प्रैक्टिकल क्लासेज के दौरान यह एक्टिविटी कर चुके हैं, वे प्रैक्टिकल का मूल्यांकन का इस्तेमाल कर सकते हैं। पोस्टग्रैजुएट कोर्सेज के लिए सिलेबस के आधार पर 100% लगातार इवैल्यूशन मोड के आधार पर ही प्रैक्टिकल एग्जामिनेशन का मूल्यांकन होगा। जिन कोर्सेज के लिए प्रैक्टिकल, वाइवा, ओरल (मूट कोर्ट) एग्जामिनेशन होते हैं, उन्हें टीचर्स स्काइप या किसी दूसरी ऐप/ऑनलाइन टीचिंग प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल कर पूरा कर सकते हैं।
प्रोफेशनल और टेक्निकल कोर्सेज में जहां डिग्री पूरी होने के लिए इंटर्नशिप/अप्रेंटसशिप की जरूरत है, उनके लिए डीयू ने स्टूडेंट्स को ऑनलाइन इंटर्नशिप, घर रहते हुए डिजिटल एक्टिविटी पूरा करने को कहा जाए। यूजी, पीजी के डिजर्टेशन का मूल्यांकन लिखित असाइनमेंट के आधार पर होगा। रिव्यू या डेटा पर आधारित प्रोजेक्ट करवाएं जाएं, न कि लैब या फील्ड पर आधारित। डीयू ने सभी कॉलेजों ओर डिपार्टमेंट से कहा है कि अगर किसी डिपार्टमेंट/कॉलेज/फैकल्टी ने पहले ही ऐसी एक्टिविटी अगर कर ली गई हैं, तो एग्जामिनेशन ब्रांच को डेटा भेजा जाए।
स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (SOL) के पहले सेमेस्टर और नॉन कॉलिजिएट वुमंस एजुकेशन बोर्ड (NCWEB) के पहले, तीसरे और पांचवें ईयर के एग्जामिनेशन 21 मार्च से शुरू होंगे। वहीं, जिन रेगुलर और ओपन स्टूडेंट्स के नवंबर-दिसंबर के एग्जाम (सेमेस्टर 3,5,7) कोविड या किसी और वजह से छूट गए थे, उनके भी एग्जाम इसी तारीख से शुरू होंगे। कोविड को देखते हुए एग्जाम ऑनलाइन ओपन बुक मोड में होंगे। फाइनल डेटशीट इस महीने के आखिरी हफ्ते में जारी होगी।
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