चंडीगढ़। पंजाब में विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर एक न्यूज पेपर की कटिंग सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने चुनाव प्रचार के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा है कि पंजाब में ब्राह्मणों, अनुसूचित जातियों और ओबीसी श्रेणी के वोट कांग्रेस के लिए कोई मायने नहीं रखते।
भारतीय जनता पार्टी ने हाल ही में पंजाब के एक अनुभवी राजनेता के खिलाफ की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए सिद्धू के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए चुनाव आयोग का रुख किया था। भाजपा के मुताबिक, 11 फरवरी को मुद्दल गांव में एक चुनावी सभा में सिद्धू ने एक नेता को “काला ब्राह्मण” कहकर संबोधित किया था। बीजेपी ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से कर दी थी।
बीजेपी के इस दावे को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू के मीडिया सलाहकार सुरिंदर दल्ला ने कहा है कि सिद्धू ने कभी ऐसा कोई बयान नहीं दिया है और जो क्लिप और पेपर कटिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, वो पूरी तरह से फर्जी है। वहीं जिस पेपर की कटिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, वो कोई लोकल पंजाबी न्यूज पेपर है। वायरल कटिंग 15 फरवरी की बताई जा रही है, जब इस दिन का एडिशन उस पंजाब न्यूज पेपर का चैक किया गया तो कहीं भी सिद्धू के ऐसे बयान वाली खबर पेपर में नहीं मिली। इस अखबार के संपादक ने भी यही बताया कि इस वायरल पोस्ट में उनके अखबार जैसे फॉन्ट का इस्तेमाल किया गया है, लेकिन ये उनके पेपर की कटिंग नहीं है।
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, सिद्धू को लेकर किया जा रहा ये दावा पूरी तरह से लोगों को भ्रमित करने वाला है। इंडिया टुडे की जांच पड़ताल में पाया गया है कि सिद्धू ने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है, ब्राह्मण, अनुसूचित जाति और ओबीसी समाज के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाता हो। जांच में पता चला है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पेपर की फोटो सही नहीं है, किसी ने उसके साथ छेड़छाड़ की है।
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