दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने नजफगढ़ जोन के द्वारका में पहला अत्याधुनिक स्वच्छता केंद्र स्थापित किया है जहां से हर महीने 240 से 300 टन सूखे कूड़े का निपटारा किया जा सकेगा। कबाड़ से बने इस केंद्र को बनाने में एमसीडी ने 16,000 से अधिक यूज्ड बोतलों का इस्तेमाल किया है।
एमसीडी अफसरों का कहना है कि एमसीडी में कूड़ा उठाने के लिए पहले भी ढलाव घर बने थे। लेकिन, उन ढलावों को तोड़ कर एमसीडी वहां अंडरग्राउंड कूड़ा रखने के लिए मटीरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर बना रही है। द्वारका सेक्टर-29 में जिस जगह स्वच्छता केंद्र बनाया गया है, वहां मटीरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर के अलावा स्वच्छता केंद्र भी बनाया गया है। यहां सूखे कूड़े की छंटाई की जाएगी। स्वच्छता केंद्र को यूज्ड बोतलों से तैयार किया गया है। इसमें करीब 16,000 से अधिक यूज्ड बोतल का इस्तेमाल कर 16 कलाकारों ने इसे 32 दिनों में तैयार किया है।
अफसरों का कहना है कि ऐसे स्वच्छता केंद्र बनाने का मकसद यह है कि यहां साफ-सफाई बेहतर हो और लोगों के लिए यह आकर्षण का केंद्र बने। पहले जो ढलाव घर थे, उन ढलावों के आसपास से भी कोई गुजरने के लिए तैयार नहीं होता था।
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