नई दिल्ली। भारत की जानी-मानी लेखिका अरुंधति रॉय ने ‘द वायर’ के लिए करण थापर को दिए इंटरव्यू में मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। अरुंधति रॉय ने कहा है कि हिन्दू राष्ट्रवाद की सोच विभाजनकारी है और देश की जनता इसे कामयाब नहीं होने देगी।
वरिष्ठ पत्रकार करण थापर को दिए इंटरव्यू में अरुंधति रॉय ने भाजपा को फासीवादी क़रार देते हुए ये भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि देश एक दिन इनका विरोध करेगा। उन्होंने कहा, मुझे भारतीय लोगों पर भरोसा है और मेरा मानना है कि देश इस अंधेरी खाई से बाहर निकल आएगा। अरुंधति रॉय ने कहा कि मोदी उद्योगपतियों के पसंदीदा हैं। उन्होंने कहा, मोदी के एक पसंदीदा उद्योगपति ने दूसरे पसंदीदा को अमीरी के मामले में पीछे छोड़ दिया है। अडानी का साम्राज्य 88 अरब डॉलर का है और अंबानी का शायद 87 अरब डॉलर का। अडानी की संपत्ति में 51 अरब डॉलर तो केवल पिछले साल जुड़ा है, जब भारत के लोग ग़रीबी, भुखमरी और बेरोज़गारी में समा रहे थे।
मोदी के आने के बाद देश में विषमता और बढ़ी है। देश के 100 लोगों के पास भारत की 25 फ़ीसदी जीडीपी है। उत्तर प्रदेश के एक किसान ने बहुत सटीक टिप्पणी करते हुए कहा था- देश को चार लोग चलाते हैं, दो बेचते हैं और दो ख़रीदते हैं। ये चारों गुजरात से हैं।
अरुंधति ने कहा, अंबानी और अडानी के पास पोर्ट, माइंस, मीडिया, इंटरनेट, पेट्रोकेमिकल्स समेत कई चीज़ों पर एकाधिकार है। राहुल गांधी अमीर और ग़रीब भारत तो ओवैसी नफ़रत और मोहब्बत के हिन्दुस्तान की बात करते हैं लेकिन ये सब कॉर्पोरेट घराने के साथ लंबे समय से रहे हैं। अरुंधति रॉय बीजेपी पर पहले भी इसी तरह से हमलवार रही हैं। बीजेपी अरुंधति रॉय के इन आरोपों को ख़ारिज करती रही है।
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