नई दिल्ली। इटली के मिलान में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने शुक्रवार को कहा कि भारत से तस्करी कर लाए जाने के 20 साल बाद एक ‘बेहद खास’ ‘अवलोकितेश्वर पद्मपाणि’ की मूर्ति बरामद की गई है। भगवान बुद्ध को ही अवलोकितेश्वर पद्मपाणि कहा जाता है।
भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा कि यह मूर्ति देवीस्थान कुंडुलपुर मंदिर में लगभग 1200 वर्षों तक सुरक्षित रही, जब तक कि इसे सन 2000 की शुरुआत में अवैध रूप से चोरी कर भारत से बाहर तस्करी करके नहीं लाया गया। पत्थर की बनी अवलोकितेश्वर पद्मपाणि की यह मूर्ति 8वीं-12वीं शताब्दी की है। अवलोकितेश्वर को अपने बाएं हाथ में एक खिलते हुए कमल के तने को पकड़े हुए खड़ा दिखाया गया है। बौद्ध धर्म में, अवलोकितेश्वर बोधिसत्व है जो सभी बुद्धों की करुणा का प्रतीक है।
वाणिज्य दूतावास ने एक बयान में बताया, ‘पता चला है कि यह मूर्ति इटली के मिलान में मिलने से पहले कुछ समय के लिए फ्रांस के आर्ट मार्केट में थी। चोरी गई इस मूर्ति की पहचान और उसकी वापसी में सिंगापुर स्थित इंडिया प्राइड प्रोजेक्ट और लंदन स्थित आर्ट रिकवरी इंटरनेशनल ने सहायता की है।’
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