‘मेरी दीदी के नाम पर राजनीति बंद कीजिए’, लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ की अपील

मुंबई। सुर सम्राज्ञी लता मंगेशकर के निधन के बाद उनकी मेमोरियल बनाने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा और कॉन्ग्रेस के नेता ने शिवाजी पार्क में लता मंगेशकर का स्मारक बनाने की माँग की है। वहीं, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे), शिवसेना और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए विरोध किया है। इस मामले पर विवाद बढ़ता देख संगीतकार और लता मंगेशकर के भाई हृदयनाथ मंगेशकर सामने आए हैं और उनकी बहन के नाम पर राजनीति ना करने की अपील की है।

हृदयनाथ मंगेशकर ने इस मामले पर बयान जारी करते हुए कहा, ‘लोगों को शिवाजी पार्क में लता दीदी के स्मारक के मुद्दे पर राजनीति बंद कर देनी चाहिए। स्मारक की मांग हमारे परिवार की तरफ से नहीं की गई है और ना ही हम ऐसा कुछ चाहते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, हृदयनाथ मंगेशकर ने कहा है कि पहले आदित्य ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने लता मंगेशकर की याद में एक म्यूजिकल इंस्टीट्यूट बनाने की सलाह दी थी जिस पर उन्होंने सहमति भी जता दी थी।

हृदयनाथ मंगेशकर ने कहा है कि वह चाहते हैं कि लता मंगेशकर की याद में उनकी संगीत की प्रतिभा को विरासत के तौर पर जिंदा रखा जाए। उन्होंने कहा कि अगर वे (शिवसेना) उनकी विरासत को जिंदा रखना चाहते हैं तो स्मारक के बजाय एक म्यूजिक इंस्टीट्यूट की स्थापना करें।

दरअसल भारतीय जनता पार्टी के विधायक राम कदम ने हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखकर मांग की, कि मुंबई के शिवाजी पार्क में जहां लता मंगेशकर का अंतिम संस्कार किया गया है, वहां उनका एक स्मारक बनाया जाए। भाजपा विधायक की इस मांग के बाद शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, “हमारी पार्टी का और लता मंगेशकर जी का बहुत ही गहरा रिश्ता था। उन्हें जो रेस्पेक्ट मिलना चाहिए उसका पूरी तरह सम्मान करेंगे।” चतुर्वेदी ने कहा कि जब पूरा देश उनके गम में गमगीन है, ऐसे में स्मारक की माँग करना ठीक नहीं है। इस तरह की चर्चा का यह सही समय नहीं है।

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि लता मंगेशकर करोड़ों लोगों की दिलों में हैं और उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता, वो कोई राजनेता नहीं थीं कि उनकी स्मारक बनाने की माँग की जा रही है। उन्होंने कहा कि स्मारक बनाने की माँग करके राजनीति नहीं होनी चाहिए। उनके स्मारक को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर विचार करने की जरूरत है।

वहीं बहुजन आघाडी के नेता और भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि शिवाजी पार्क को पार्क ही रहने देना चाहिए, उसके कब्रिस्तान नहीं बनाना चाहिए। खेल मैदान में खेला जाना चाहिए और स्मारक के लिए कई स्थान हैं। अंबेडकर ने कहा, लता मंगेशकर जिंदा थी तो मुझे पूछना चाहिए था कि उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का गाना क्यों नहीं गाया। प्रकाश अंबेडकर ने कहा कि लता मंगेशकर ने ना बाबा साहेब के गीत गाए और ना ही सरदार पटेल और पंडित जवाहरलाल नेहरू के।

दूसरी तरफ महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता संदीप देशपांडे ने अपील करते हुए कहा कि इस मुद्दे पर तुच्छ राजनीति नहीं की जानी चाहिए। संदीप देशपांडे ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘दादर के लोगों ने छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क को अतिक्रमण से बचाने के लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी है। मैं सभी से निवेदन करता हूं कि अपनी तुच्छ राजनीति के लिए शिवाजी पार्क की बलि मत चढ़ाइए।’

आपको बता दें कि इस पूरे विवाद के बीच महाराष्ट्र सरकार ने लता मंगेशकर के सम्मान में मुंबई के कलीना में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की एक संगीत एकेडमी बनाने का फैसला लिया है। कलीना में ये एकेडमी करीब 1200 करोड़ रुपए की लागत से बनाई जाएगी। महाराष्ट्र सरकार के इस फैसले पर लता मंगेशकर के भाई ने भी सहमति जताते हुए कहा कि दीदी के नाम पर संगीत एकेडमी बनाना उनके लिए सबसे अच्छी श्रद्धांजलि होगी।

Exit mobile version