जयपुर। राजस्थान के जयपुर विकास प्राधिकरण के जोन 4 की डिप्टी कमिश्नर ममता यादव को एंटी करप्शन ब्यूरो ने सोमवार को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इस दौरान ममता यादव अपनी कुर्सी पर बैठे हुए लगातार मुस्कुरा रही थी। इतना ही नहीं, पकड़े जाने पर राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी ने तर्क दिया कि जब कोई मंदिर में प्रसाद चढ़ाने आए तो कैसे मना करें।
जयपुर शहर के विकास का जिम्मा संभालने वाले जयपुर विकास प्राधिकरण की डिप्टी कमिश्नर समेत पूरा दफ्तर घूसखोरी के मामले में रंगे हाथों पकड़ा गया है। यपुर में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने सोमवार 7 फरवरी को बड़ी कार्रवाई की है। एसीबी ने जयपुर विकास प्राधिकरण जोन 4 में ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम देते हुए जोन आयुक्त ममता यादव (RAS) सहित 5 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सहायक लेखाधिकारी रामतुफान मुण्डोतिया, जेईएन श्याम मालू, सहायक प्रशासनिक अधिकारी विजय मीणा और संविदा कर्मचारी कंप्यूटर ऑपरेटर अखिलेश कुमार शामिल है।
आरोपियों के कब्जे से रिश्वत के रूप में प्राप्त की गई 1 लाख 10 हजार रुपए की राशि बरामद की गई। एसीबी के एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत के नेतृत्व में ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत की गई थी कि जवाहर सर्किल के सिद्धार्थ नगर में एक व्यक्ति अपनी पुश्तैनी जमीन का पट्टा लेना चाह रहा था। इसके बदले डिप्टी कमिश्नर ममता यादव साढ़े छह लाख रुपये और जूनियर इंजीनियर श्याम 3 लाख रुपये मांग रहे थे। घूस लेते हुए पकड़े जाने के बाद राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी ममता यादव एंटी करप्शन ब्यूरो के अधिकारियों के सामने हंस रही थीं। उनका कहना था कि जब कोई मंदिर में प्रसाद चढ़ाने आए तो भला कैसे मना कर सकते हैं।
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