नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हुए हमले को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में बयान दिया है। शाह ने कहा कि हमले के बाद ओवैसी को जेड सुरक्षा दी जा रही है, लेकिन वह इसे लेने से इनकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह ओवैसी से अनुरोध करते हैं कि खतरे को देखते हुए यह सुरक्षा ले लें। साथ ही उन्होंने कहा कि ना तो हापुड़ में ओवैसी का कोई कार्यक्रम था और ना ही प्रशासन को उनके उस रूट से जाने की जानकारी दी गई थी।
शाह ने राज्यसभा में बताया कि ओवैसी के काफिले के दो हमलावरों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। उन्होंने राज्यसभा में घटना की जानकारी देते हुए कहा, 3 फरवरी को शाम को करीब सवा पांच बजे लोकसभा सांसद ओवैसी मेरठ में सभा करने के बाद वापस लौट रहे थे। छिजारसी टोल प्लाजा से गुजरने के दौरान कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उन पर गोली चलाई। इस हमले में ओवैसी सुरक्षित बच गए। इसमें उनकी गाड़ियों पर तीन निशान आए। इस घटना को तीन गवाहों ने देखा।
शाह ने बताया कि हमले वाले दिन ओवैसी के कार्यक्रम पहले से तय नहीं था। इसकी सूचना जिला नियंत्रण कक्ष को भी नहीं दी गई थी। शाह ने पुलिस की कार्रवाई की जानकारी देते हुए कहा कि इस मामले में पिलखुआ में केस दर्ज गया गया। पुलिस की जांच चल रही है। शाह ने कहा ओवैसी घटना के बाद सुरक्षित दिल्ली पहुंचे थे। जांच के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया। उनसे दो पिस्तौल और एक ऑल्टो कार बरामद की गई। कार की फरेंसिक टीम जांच कर रही है। दोनों से पूछताछ जारी है।
गृह मंत्री ने कहा कि गृह मंत्रालय ने तुरंत राज्य सरकार से रिपोर्ट ली। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों से पहले मिली जानकारी के आधार पर केंद्र ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया था। लेकिन सुरक्षा लेने में उनकी अनिच्छा के कारण दिल्ली और तेलंगाना पुलिस की उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की कोशिशें नाकाम रहीं। ओवैसी को कितना खतरा है इसका फिर से आकलन किया गया है और उन्हें एक बुलेटप्रूफ वाहन और जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। लेकिन, मौखिक जानकारी के अनुसार उन्होंने इसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। मैं उनसे केंद्र सरकार द्वारा उन्हें दी गई सुरक्षा को स्वीकार करने का अनुरोध करता हूं।
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