ताशकंद। उजबेकिस्तान के एक जू में तब खौफनाक नजारा देखने को मिला जब एक मां ने अपनी 3 साल की बेटी को भालू के बाड़े में फेंक दिया और वहां से चलती बनी हालांकि बच्ची को सकुशल बचा लिया गया। पूरा मामला वहां लगे सीसीटीवी में कैद हो गया। वीडियो को जिसने भी देखा वो सहम गया।
उज्बेकिस्तान के ताशकंद में एक महिला अपनी 3 साल की बच्ची को घुमाने के लिए चिड़ियाघर लेके गई। चिड़ियाघर में महिला बच्ची को भालू को दिखाने के लिए उसके बाड़े की रेलिंग के पास जाकर खड़ी हो गई। इसके बाद महिला ने जानबूझकर बच्ची को अपने हाथों से छोड़ दिया। बच्ची के बाड़े में गिरते ही भालू फौरन बच्ची की ओर दौड़ पड़ता है। हालांकि जूजू नाम के भालू ने बच्ची को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया और केवल सूंघकर उसे छोड़ दिया।
बच्ची के बाड़े में गिरने की खबर मिलते ही चिड़ियाघर का स्टाफ तुरंत सक्रिय हो गए और वहां बच्ची के पास पहुंच गए। गनीमत इस बात की रही कि भालू ने बच्ची को सूंघा और वहां से दूर चला गया। तब तक कर्मचारियों ने भालू को बाड़े के दूसरे हिस्से में बंद कर दिया और बच्ची को बचा लिया। बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल उसे मामूली चोटें लगी हैं।
चिड़ियाघर के स्पोक्सपर्सन का कहना है कि महिला ने जानबूझकर बच्ची को बाड़े में फेंका था।इसके अलावा वहां मौजूद लोगों ने भी यही कहा है। लोगों का कहना है कि हमने महिला को रोकने की भी कोशिश की, लेकिन तब तक वह अपनी बच्ची को भालू के बाड़े में फेंक चुकी थी। बच्ची की मां को पुलिस ने कस्टडी में ले लिया और महिला पर बच्ची की हत्या की कोशिश का आरोप लगा है। अगर वह इसकी दोषी पाई जाती है, तो उसे कम से कम 15 साल की सजा होगी।
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