गाजियाबाद। केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) सूचना महानिदेशालय की गाजियाबाद क्षेत्रीय इकाई ने 362 करोड़ की टैक्स चोरी करने वाले तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया है। इन कंपनियों की ओर से कुल 3189 करोड़ रुपये के फर्जी बिल जारी करते हुए 362 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी पकड़ी है।
सीजीएसटी के अपर आयुक्त ऋषिकेश सिंह ने बताया कि दिल्ली के विकासनगर से विपिन कुमार गुप्ता, मॉडल टाउन से उसके साथी योगेश मित्तल और टिंकू यादव को गिरफ्तार किया गया है। तीनों फर्जी कंपनियां बनाकर फर्जी बिल जारी कर सरकारी खजाने को चूना लगा रहे थे। इनपुट टैक्स क्रेडिट क्लेम करने के बाद इनकी जांच शुरू की गई। जांच के बाद शक के आधार पर दो कंपनियों के ठिकानों पर टीम ने छापेमारी की।
इस दौरान 200 से अधिक कंपनियों की फाइलें, मोबाइल फोन, डिजिटल सिग्नेचर, डेबिट कार्ड, सिम कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, पेन ड्राइव, ऑफिसों की चाबियां, चेकबुक, रबर की मोहरें बरामद की हैं। जांच के बाद अधिकारियों को पता चला कि इन कंपनियों का डाटा क्लाउड में सेव रहता है। डाटा खंगालने और मिले साक्ष्यों के आधार पर 275 अस्तित्वहीन कंपनियां पाई गईं, जो सिर्फ कागजों में संचालित हो रही थीं। इन कंपनियों के माध्यम से 3189 करोड़ रुपये कि फर्जी बिल जारी करते हुए 362 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की गई।
गिरोह में शामिल टिंकू यादव फर्जी कंपनियों को तैयार करने का काम करता है। अधिकारियों ने बताया कि लोगों से फर्जीवाड़ा करके उनके आधार कार्ड और पैन कार्ड ले लेता था और उनका प्रयोग करके फर्जी कंपनियां बनाता था। टिंकू यादव के बयान और जांच से निकले तथ्यों के आधार पर इस गिरोह के मास्टरमाइंड विपिन कुमार गुप्ता और योगेश मित्तल को गिरफ्तार किया गया।
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