गाजियाबाद। जिले की पांच विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव को लेकर 21 जनवरी तक विभिन्न सियासी दलों व निर्दलीय 73 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था। नामांकन पत्रों की जांच में 18 प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों को निरस्त कर दिया गया।
विधानसभा चुनाव 2022 में जिले की पांचों विधानसभा सीटों से 75 नामांकन हुए थे। नामांकन 14 से 21 जनवरी तक हुआ। 14 जनवरी से नामांकन की प्रक्रिया आरंभ हुई थी, जिसमें जिले की गाजियाबाद और साहिबाबाद सीट के लिए 18-18, लोनी से 13, मोदीनगर से आठ और मुरादनगर विधानसभा सीट के लिए 16 प्रत्याशियों ने 21 जनवरी तक कुल 73 नामांकन दाखिल किए गए।
जिन प्रत्याशियों के पर्चे में कमियां थीं उनको नोटिस देकर कमियां बताई गईं और ठीक करने के लिए कहा गया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि किसी के फार्म में हस्ताक्षर नहीं थे तो किसी ने कॉलम अधूरा छोड़ा था। नोटिस के बाद भी इन प्रत्याशियों ने गलती दुरुस्त नहीं की।
विधानसभा सीट खारिज हुए पर्चे
गाजियाबाद 04
साहिबाबाद 03
मुरादनगर 05
लोनी 02
मोदीनगर 01
नामांकन पत्रों के खारिज होने के बाद प्रत्याशियों की स्थिति
गाजियाबाद 13
साहिबाबाद 12
मोदीनगर 08
मुरादनगर 11
लोनी 11
गाजियाबाद :
अनिल कुमार, बहुजन मुक्ति पार्टी के अनिल मकवाना
नोटिस के बाद भी फार्म में कमियों को दूर नहीं करना और संशोधित एफिडेविट उपलब्ध नहीं कराया जाना। वहीं मिहिर सेना के विवेक कुमार का पर्चा प्रस्तावकों के हस्ताक्षर नहीं होने की वजह से खारिज हो गया। आदर्श समाज पार्टी के सलमान याहिया ने भी नोटिस के बाद संशोधित शपथपत्र नहीं दिया और विधायक बनने की दौड़ से पीछे रह गए। वहीं इसी विधानसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतरे संजीव शर्मा के दो प्रस्तावकों के दूसरे विधानसभा क्षेत्र से होने के कारण पर्चा रद्द कर दिया गया।
लोनी:
सुमित कुमार, निर्दलीय प्रत्याशी
पर्चा खारिज करने की वजह जमानत राशि कम लगाना और जाति प्रमाणपत्र अन्य राज्य का लगाना बताया गया है।
विनोद कुमार, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल
नोटिस देने के बाद भी तय समय में प्रारूप 26 (फार्म में पूरी जानकारी न देना) नहीं दिया गया।
मुरादनगर :
नत्थू सिंह, निर्दलीय
शपथपत्र को अधूरा भरा जाना। नोटिस के बाद भी नहीं किया सुधार।
अनिल कुमार, मिहिर सेना पार्टी
संबंधित विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची की प्रमाणित प्रति नहीं होना।
निर्मल, स्वतंत्र जनताराज पार्टी
नोटिस के बाद भी संशोधित एफिडेविट प्रारूप 26 उपलब्ध नहीं कराया जाना।
विरेंद्र कुमार, पब्लिक पोलिटिकल पार्टी
नोटिस के बाद भी संशोधित एफिडेविट उपलब्ध नहीं कराया जाना।
सुनील नायर, राष्ट्रीय लोक सर्वाधिकार पार्टी
नोटिस के बाद भी संशोधित एफिडेविट प्रारूप 26 उपलब्ध नहीं कराया जाना।
सुभाष चंद्र, बहुजन मुक्ति पार्टी
सुभाष की ओर से जो फार्म भरा गया उनमें कमियां थीं। नोटिस के बाद भी संशोधित शपथपत्र नहीं उपलब्ध कराया गया।
साहिबाबाद
मतदाता सूची की प्रमाणित और संशोधित एफिडेविट उपलब्ध नहीं कराया जाना। इस वजह से जिनके पर्चे खारिज हुए उनमें राष्ट्रीय भारतीय जन जन पार्टी की आंजकिया चौहान, भारतीय हिंद फौज के ओमपाल, बहुजन मुक्ति पार्टी के जितेंद्र कुमार, निर्दलीय अनिता यादव, निर्दलीय औरंगजेब के नाम हैं।
मोदीनगर :
मोदीनगर से पब्लिक पोलिटिकल पार्टी से मैदान में उतरे 63 वर्षीय वीरेंद्र कुमार का भी पर्चा खारिज कर दिया गया है। आरओ शुभांगी शुक्ला का कहना है कि नोटिस के बाद भी वीरेंद्र ने संशोधित एफिडेविट उपलब्ध नहीं कराया।
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