रामपुर। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुआई वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (एनडीए) में शामिल अपना दल (एस) ने रामपुर की स्वार सीट से हैदर अली खान को टिकट दिया है। विधानसभा चुनाव में हैदर आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम से मुकाबला करेंगे। खास बात है कि बीजेपी के साथ अपना दल का अभी औपचारिक समझौता ही हुआ है। सीट शेयरिंग को लेकर कोई साझा ऐलान नहीं किया गया है।
अपना दल (एस) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पटेल ने रविवार को हैदर अली खान के स्वार विधानसभा क्षेत्र से पार्टी का प्रत्याशी बनाए जाने की जानकारी दी। पटेल ने कहा कि खान ने कांग्रेस छोड़कर बीते दिनों अपना दल (एस) के नेतृत्व से प्रभावित होकर दिल्ली में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। कांग्रेस ने खान को स्वार से अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया था।
एसेक्स यूनिवर्सिटी से स्नातक हैदर के पिता नवाब काजिम अली और सपा सांसद आजम खान के बीच लंबे समय से अदावत है। यही नहीं, वह स्वार और तत्कालीन बिलासपुर से वह चार बार विधायक रह चुके हैं जबकि 2017 में काजिम ने बसपा के टिकट पर स्वार सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन सपा उम्मीदवार और आजम के बेटे अब्दुल्ला से हार गए थे। इसके बाद दिसंबर 2019 में अब्दुल्ला का गलत हलफनामे की वजह से विधायक पद चला गया। इसके शिकायतकर्ता हैदर के पिता काजिम ही थे। रामपुर जिले में नवाब परिवार और आजम खान के बीच राजनीतिक प्रतिस्पर्धा है और यह लंबे समय से चली आ रही है।
13 जनवरी को हैदर अली को कांग्रेस ने स्वार सीट से टिकट दिया था। हालांकि इसके बाद वह दिल्ली में अपना दल (एस) में शामिल हो गए। अब उन्हें अपना दल ने भी टिकट दिया है। दिल्ली के मॉर्डन स्कूल में पढ़ने के बाद हैदर अली विदेश में भी शिक्षा ग्रहण कर चुके हैं। 2017 में उन्होंने पिता का चुनाव प्रबंधन संभाला था। इस चुनाव जहाँ काजिम रामपुर में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, सपा यहां आजम खान को उतारने जा रही है। रामपुर में आजम और काजिम के बीच में मुकाबला होगा तो स्वार सीट पर दोनों के बेटे एक दूसरे को टक्कर देंगे।
हैदर अली खान ने कहा, ‘मेरे परिवार के बनाए लालपुर पुल को सपा सरकार में आजम खान ने पैसे के लिए तुड़वा दिया था। इसमें लगे लोहे और अन्य चीजों को कौड़ियों के भाव बेच दिया। ये पुल रामपुर के ग्रामीण क्षेत्रों को शहर से जोड़ता था। योगी सरकार बनने के बाद मैंने सरकार से कहा तो दोबारा ये पुल बन रहा है।
2017 में स्वार विधानसभा क्षेत्र से अब्दुल्ला आजम खान सपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते थे। रामपुर के सपा सांसद आजम खान के पुत्र अब्दुल्ला आजम खान की पिछले दिनों करीब दो वर्ष बाद सीतापुर जेल से रिहाई हुई और वह फिर से सपा से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने अब्दुल्ला आजम खान को चुनावी हलफनामे में विसंगति के कारण दिसंबर 2019 में विधायक के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया था। रामपुर जिले में नवाब परिवार और आजम खान के बीच राजनीतिक प्रतिस्पर्धा है।
Discussion about this post