नोएडा। सत्यम कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन में ‘कम लागत में विज्ञान शिक्षण सहायक सामग्री’ विषय पर पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया है, यह आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी संस्थान परिषद एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा किया जा रहा है।
रविवार को कार्यशाला के चौथे दिन विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की साइन्टिस्ट तुषा अग्रवाल द्वारा जूस पीने में प्रयोग होने वाले प्लास्टिक के पाइप से डी. एन. ए. की संरचना को बनाकर दिखाया गया, साथ ही तरंग गति को भी प्रदर्शित किया गया। इसके पश्चात प्रगति विज्ञान संस्था में कार्यरत कुमारी मानवी ने रोचक तरीके से लार, शैम्पू और एल्कोहोल के उपयोग से डी. एन. ए. की संरचना बनाकर दिखाई। इसके साथ ही मानवी द्वारा अभिकेन्द्रिय बल और अपकेन्द्रिय बल को उपलब्ध संसाधनों जैसे ईंट का टुकड़ा, धागा, प्लास्टिक के पाईप, ढक्कन, पानी आदि की सहायता से प्रदर्शित किया।
प्रगति विज्ञान संस्था के समन्वयक दीपक शर्मा जी ने सभी प्रतिभागियों से यह वादा लिया कि वे सभी अपने छात्र- छात्राओं में वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करेंगे और आसपास होने वाली घटनाओं को वैज्ञानिक तरीके से अवलोकित करना सिखाएंगे। कार्यशाला के अन्त में दीपक शर्मा एवं मानवी द्वारा राकेट बनाने की सरल विधि एवं उसकी कार्यप्रणाली को समझाया गया साथ ही सूर्य घङी बनाने की विधि भी सिखाई। सभी प्रतिभागियों ने बहुत ही उत्साह – पूर्वक सभी जानकारियों को सीखा और बच्चों को सिखाने का प्रण किया।
कार्यक्रम के सफलतापूर्वक संचालन में सत्यम कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन की चेयरपर्सन स्नेह सिंह, प्रधानाचार्य विनीता अग्रवाल, विभागाध्यक्ष कुमारी प्रीति गोयल, एवं शिक्षिका रूबी कुमारी का सहयोग रहा।
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