बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में कांग्रेस की ‘लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ मैराथन में भगदड़ जैसे हालात हो गए, जहां कई छात्राएं गिर गईं, जिससे कइयों को चोट पहुंची है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया गया है।
उत्तर प्रदेश चुनाव में पूरी मजबूती से ताल ठोंक रही कांग्रेस पार्टी प्रदेश में महिलाओं के सशक्तिकरण का संदेश देने के लिए पूरे प्रदेश में मैराथन प्रतियोगिता करा रही है। मैराथन प्रतियोगिता में प्रथम तीन विजेताओं को स्कूटी व अन्य विजेताओं को भी पुरस्कार देकर उनका प्रोत्साहन करेगी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस की तरफ से महिला प्रदेश अध्यक्ष ममता चौधरी के अनुसार, पूरे प्रदेश में प्रदेश की महिलाओं के राजनैतिक भागीदारी को सुनिश्चित करने के साथ उनके प्रोत्साहन के लिए ‘लड़की हूँ लड़ सकती हूँ’ मैराथन प्रतियोगिता का आयोजन तय हुआ है। इसी क्रम में आज बरेली में भी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया लेकिन इस दौरान भगदड़ मच गयी। जैसे ही दौड़ शुरु हुई, आगे की कुछ लड़कियां गिर गई। जिसके बाद पीछे से आ रही भीड़ रुक नहीं रही थी।
हालांकि, वहां खड़े कई लोगों ने भीड़ को रोकने की कोशिश की लेकिन फिर भी करीब 20 लड़कियां जमीन पर गिर गई थीं। इस दौरान चीख-पुकार भी मची, कई बच्चियों के जूते चप्पल सड़क पर बिखरे हुए थे।सोशल मीडिया में केरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कई किशोरियों के चेहरे से मास्क भी गायब था। बिना मास्क के मैराथन में हिस्सा लेने वाली किशोरियों की काफी संख्या थी।
कांग्रेस नेता और बरेली की पूर्व मेयर सुप्रिया ऐरन ने इसका आयोजन किया था। उनका कहना है कि इसमें चिंता करने वाली कोई बात नहीं है। ऐरन ने कहा, ‘हजारों की भीड़ वैष्णो देवी भी गई थीउसके बारे में क्या? देखिए, ये इंसानी फितरत होती है कि पहले हम आगे बढ़े, पहले हम. ये स्कूली छात्राएं हैं और वे केवल थोड़ी बहुत भागदौड़ हो गई लेकिन अगर किसी को किसी कारण से बुरा लगा है, तो मैं कांग्रेस की तरफ से माफी मांगना चाहती हूं। कांग्रेस के बढ़ते जनाधार की वजह से इस तरह की साजिश भी हो सकती है।’
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