गाजियाबाद। यूपी विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही अवैध हथियारों का काम जोर पकड़ने लगा है। अवैध हथियारों की डिमांड बड़े पैमाने पर की जा रही है। इस डिमांड को पूरा करने के लिए अवैध हथियारों की फैक्ट्री लगाई जा रही है। जहां पर आनडिमांड हथियार बनाकर सप्लाई दी जा रही है। गाजियाबाद में इसी प्रकार की एक हथियार फैक्ट्री पुलिस ने पकड़ी है। पुलिस ने 5 शातिर बदमाशों को भी हिरासत में लिया है। इनके चार साथियों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
यह फैक्ट्री मुरादनगर क्षेत्र के एक मकान में चल रही थी। सटीक सूचना पर पुलिस टीम ने मंगलवार देर रात छापेमारी की। पकड़े गए आरोपी अमन उर्फ अन्नू रांगड़, नूर हसन सैफी, सलमान कुरैशी, सुहैल मलिक और यूसुफ रांगड़ हैं। 4 आरोपी अब्दुल सलाम, हाजी जुल्फकार, चांद पहलवान और शाहिद मामा फरार हैं। सभी आरोपी मेरठ जिले में लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। पूछताछ में पता चला है कि यह मुरादनगर के जिस मकान में यह अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री चला रहे थे। वह मकान मेरठ के रहने वाले जहीरूद्दीन से 20 हजार रुपये महीने किराये पर ले रखा है।
जहीरूद्दीन खुद भी इस मकान में अवैध शस्त्र बनाने की फैक्ट्री चोरी छिपे चलाता था। बाद में उसने अलग फैक्ट्री बना ली और यहां से अपनी फैक्ट्री शिफ्ट कर ली। फिर इस मकान के खाली होने पर अमन उर्फ अन्नू, अब्दुल सलाम, हाजी जुल्फकार, शाहिद मामा ने इसे किराये पर लेकर ली और अवैध हथियार बनाने लगे। यहां से अवैध हथियार बनाकर अपने साथियों के जरिये सप्लाई क रते हैं।
पुलिस का कहना है कि चुनावी माहौल में अवैध हथियारों की मांग बढ़ जाती है। इसलिए यह काफी तादात में हथियार तैयार कर रहे थे। आरोपियों ने बताया कि यह आनडिमांड भी हथियार बनाते हैं। हालांकि उनकी ज्यादा कीमत वसूलते हैं। इनसे 14 तमंचे, एक पिस्टल, एक बंदूक, 14 नाल, पिस्टल की 5 मैगजीन, कारतूस और अन्य उपकरण मिले हैं।
क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी ने बताया कि यहां तमंचे और पिस्टल बनाई जा रही थी। फैक्ट्री से तैयार हथियारों की सप्लाई गाजियाबाद, मेरठ समेत NCR के जिलों में थी। आरोपी यहां हथियार खुद बनाते थे।
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