वाराणसी। पीएम मोदी ने अपनी दो दिवसीय बनारस यात्रा के दौरान एक बार फिर सभी को चौंका दिया है। सोमवार आधी रात को अचानक विश्वनाथ मंदिर पहुंच गए, इसके बाद उन्होंने सड़कों पर निकलकर प्रमुख विकास कार्यों का निरीक्षण किया। वहां से सीधे बनारस रेलवे स्टेशन का भी निरीक्षण करने पहुंच गए। इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद थे। इससे पहले वह काशी की गंगा आरती में शामिल हुए थे।
वाराणसी पहुँचे पीएम मोदी सबसे पहले काशी के कोतवाल कहे जाने वाले काल भैरव मंदिर में आशीर्वाद लेने पहुंचे। पीएम मोदी ने पूजा-अर्चना की। काल भैरव मंदिर से पीएम मोदी क्रूज से ललिताघाट पहुंचे और गंगा में डुबकी लगाने के बाद बाबा विश्वनाथ के धाम में दाखिल हुए, यहाँ उन्होंने काशी-विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कर इसे देश को समर्पित कर दिया।लोकार्पण के बाद धाम के मजदूरों के साथ भोजन भी किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधी रात करीबन एक बजे वाराणसी में प्रमुख विकास कार्यों का निरीक्षण किया। PM मोदी ने गंगा आरती के बाद रात 8 बजे से रात 12 बजे तक क्रूज पर ही बीजेपी नेताओं और बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इसके बाद वहां से गोदौलिया के लिए वे रवाना हुए। वहां टहलते हुए उन्होंने निर्माण कार्य का मुआयना किया। पता हो कि गोदौलिया से दशाश्वमेध तक की सड़क को गुलाबी पत्थरों से बेहद आकर्षक रूप दिया गया है। सड़क के दोनों तरफ की इमारतों को गुलाबी रंग से भी रंगा गया है।
इसके बाद करीब रात 12:30 बजे के करीब प्रधानमंत्री मोदी गोदौलिया चौराहे पर पहुंचे और वहां से पैदल ही दशाश्वमेध घाट की तरफ निकल गए। इस दौरान कुछ लोगों के पास जाकर उनसे स्नेहपूर्वक मुलाकात की और बातचीत भी की। फिर प्रधानमंत्री यहां विश्वनाथ गली तक जाकर वापस आए और गाड़ी में बैठकर बांसफाटक से काशी विश्वनाथ के लिए रवाना हुए।
फिर रात 12:40 बजे PM मोदी का काफिला काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचा। यहाँ से करीब 15 से 20 मिनट तक वहां रुकने के बाद पीएम मोदी बनारस रेलवे स्टेशन की ओर रवाना हुए। उन्होंने बनारस रेलवे स्टेशन पहुंचकर वहां का निरीक्षण किया। वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ स्टेशन के प्लेटफार्म पर कुछ देर टहलते हुए साफ सफाई और अन्य व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने के बाद प्रधानमंत्री ने स्टॉल पर मौजूद दुकानदारों को हाथ हिलाकर अभिवादन किया।