नई दिल्ली। शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत के खिलाफ दिल्ली में मामला दर्ज किया गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक नेता ने संजय राउत पर टेलीविजन पर प्रसारित एक इंटरव्यू के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने और उन्हें धमकाने का आरोप लगाया है, जिसके बाद शिवसेना नेता के खिलाफ दिल्ली में मामला दर्ज किया गया। इस बीच शिवसेना नेता ने एफआईआर को ‘राजनीतिक कदम’ करार दिया और कहा कि यह उनकी आवाज को दबाने के लिए किया गया है।
भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय महासचिव दीप्ति रावत भारद्वाज ने मामले की शिकायत मंडावली थाने में की। दीप्ति ने आरोप लगाया कि उनकी टिप्पणी से भाजपा कार्यकर्ता अपमानित महसूस कर रहे हैं। अपनी शिकायत में दीप्ति की ओर से इंटरव्यू की प्रति भी पुलिस को सौंपी गई थी। जांच के बाद पुलिस ने रविवार को इस संबंध में आईपीसी की धारा 500 और 509 (मानहानि और अपशब्दों का प्रयोग) का मामला दर्ज कर लिया है। मंडावली थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दीप्ति रावत भारद्वाज ने बताया कि गुरुवार को वह एक निजी मराठी चैनल देख रही थी। उस पर शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत का इंटरव्यू चल रहा था। अपने इंटरव्यू के दौरान शिवसेना सांसद ने भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ चैनल पर खुलेआम अभद्र टिप्पणी की। इंटरव्यू देखकर उनकी भावनाएं आहत हुईं। इसके अलावा सभी भाजपा कार्यकर्ता अपमानित हुए। मामले को गंभीरता से लेते हुए दीप्ति ने फौरन इसकी लिखित में शिकायत मंडावली थाने में दी। छानबीन के बाद रविवार को संजय राउत के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
वहीं शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, ”दिल्ली में मेरे खिलाफ एफआईआर राजनीतिक उद्देश्यों को पूरा करने और मेरी आवाज को दबाने के लिए की गई है। यह मेरी पार्टी की छवि बिगाड़ने के लिए किया गया है क्योंकि सीबीआई, आईटी, ईडी जैसी संस्थाओं का उपयोग मेरे खिलाफ नहीं हो सकता। मैं एक सांसद हूं और मेरे खिलाफ गलत शिकायत दर्ज करने के किसी को बढ़ावा देना ठीक नहीं है।”