आगरा। तमिलनाडु के कुन्नूर में सीडीएस बिपिन रावत के साथ हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए आगरा के विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान का अंतिम संस्कार गार्ड ऑफ ऑनर के साथ किया गया। उनके बेटे अविराज ने मुखाग्नि दी। मृत्यु के बाद सफर पर निकलने की यात्रा जब उनके सरन नगर, दयाल बाग स्थित निवास से निकली तो जैसे आगरा शहर ही पूरा उमड़ पड़ा। इस मौके पर मौजूद हजारों लोगों ने नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी।
हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हुए विंग कमांडर पृथ्वी सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह करीब साढ़े 10 बजे खेरिया एयरपोर्ट पर पहुंचा। यहां केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल, एयर कमांडिंग ऑफिसर एओआईसी एसके वर्मा व पैरा कमांडो और स्पेशल फोर्सेज के जवानों ने सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी। इस दौरान तमाम पुलिस प्रशासन सेना के अधिकारी मौजूद रहे।
खेरिया एयरपोर्ट से शहीद पृथ्वी का पार्थिव शरीर फूलों से सजे सैन्य वाहन में एमजी रोड होते हुए सरन नगर स्थित घर लाया गया। शहीद पृथ्वी की अंतिम यात्रा सरन नगर से ताजगंज मोक्षधाम तक निकाली गई। नगर निगम की ओर से चौराहों पर लाउडस्पीकर लगाए गए। देशभक्ति के गीतों से उन्हें लोगों ने नमन किया। जिस रास्ते से शहीद का पार्थिव शरीर घर पर लाया गया, उस राह पर लोगों ने फूल बिछा दिए। ताजगंज मोक्षधाम पर करीब ढाई बजे पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया।
पहली पोस्टिंग हैदराबाद में हुई थी
एयरफोर्स ज्वाइन करने के बाद पृथ्वी की पहली पोस्टिंग हैदराबाद में हुई थी। इसके बाद वो गोरखपुर, गुवाहाटी, ऊधमसिंह नगर, जामनगर, अंडमान निकोबार सहित अन्य एयरफोर्स स्टेशन्स पर तैनात रहे। उन्हें एक साल की विशेष ट्रेनिंग के लिए सूडान भी भेजा गया था। MI-17 हेलिकॉप्टर उड़ाने में विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की दक्षता के वायुसेना के अधिकारी भी कायल थे। सूडान में विशेष ट्रेनिंग लेने के बाद पृथ्वी की गिनती वायुसेना के जांबाज लड़ाकू पायलट्स में होती थी।