सीएम योगी ने पुलिस झंडा दिवस पर दी बधाई, जानिए क्यों मनाते हैं इसे

लखनऊ। यूपी पुलिस के इतिहास में 23 नवम्बर का दिन विशेष महत्व रखता है। इस दिन को ‘पुलिस झंडा दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। सीएम योगी योगी आदित्यनाथ ने पुलिसकर्मियों का पुलिस झंडा दिवस की बधाई दी है। वहीं डीजीपी मुकुल गोयल और एडीजी प्रशांत कुमार ने पुलिस झंडा दिवस के मौके पर लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पुलिस झंडे का बैज और मोमेंटो भेंट किया।

सीएम ने ट्वीट कर कहा- हमें उत्तर प्रदेश पुलिस की समर्पित, सक्रिय एवं संवेदनशील कार्यशैली पर गर्व है। आप सभी का कर्मठ, अनुशासित व्यवहार उत्तम पुलिसिंग के लिए एक मानक है।

क्यों मनाया जाता है?
कुरुक्षेत्र में कौरवों और पांडवाें के बीच हुए धर्म युद्ध में अर्जुन के रथ पर भी ध्वज पताका थी। ध्वज को धर्म की अधर्म पर विजय की प्रेरणा के तौर पर माना जाता है। ध्वज कर्तव्य का पाठ और मूल्यों के लिए संघर्ष, समर्पण सिखाता है। चूंकि पुलिस या सेना भी समाज में बुराई को दंंडित कराने और अच्छाई जीवित रखने के लिए, बुराई पर अच्छाई की जीत के लिए कार्य करती है इसीलिए पुलिस को उनके शौर्य के लिए सम्मानित करते हुए 23 नवम्बर 1952 को देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने उत्तर प्रदेश पुलिस को ‘पुलिस कलर’ (पुलिस ध्वज) प्रदान किया था। इसी दिन पीएसी को भी ध्वज प्रदान किया गया था। तब से उत्तर प्रदेश पुलिस 23 नवंबर को अपने लिए गौरवशाली दिन के रूप में मनाती है।

23 नवम्बर को प्रति वर्ष सैनिक कल्याण के लिए झंडे के स्टीकर जारी किए जाते हैं। पुलिस झंडा दिवस यानि प्रति वर्ष 23 नवंबर को पुलिस मुख्यालयों व कार्यालयों, पीएसी वाहिनियों, क्वार्टर गार्द, थानों, भवनों व कैम्पों पर पुलिस ध्वज फहराए जाते हैं। पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा पुलिस ध्वज का प्रतीक (स्टीकर) वर्दी की बांई जेब के ऊपर लगाया जाता है। यह सिलसिला 23 नवंबर 1952 से लगातार जारी है।

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