वाराणसी। कनाडा से काशी लाई गई माता अन्नपूर्णा की मूर्ति काशी विश्वनाथ धाम में प्रतिष्ठित हो गईं। सोमवार की सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वैदिक विधान से माता की मूर्ति की पूजा कर स्थापना का विधान पूर्ण किया। पूरा मंदिर परिसर मां के जयकारे और हर-हर महादेव के उद्घोष से गुंजायमान है। मंगला आरती के बाद से ही मंदिर परिसर में आयोजन शुरू हो गए थे।
आज सुबह वाराणसी में दुर्गाकुंड मंदिर से माता की प्रतिमा की शोभायात्रा निकली और गुरुधाम चौराहा, विजया मॉल, ब्राडवे होटल, मदनपुरा, गोदौलिया होते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर चार पर पहुंची। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ माता की आरती उतारकर उनकी अगवानी की। भव्य स्वागत के बाद प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान आरंभ हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यजमान बने। सीएम योगी ने प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा की। काशी विश्वनाथ मंदिर का अर्चक दल काशी विद्वत परिषद की निगरानी में संपूर्ण प्रक्रिया को पूर्ण कराया। मूर्ति स्थापना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाबा दरबार में हाजिरी लगाई। जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक कर बाबा से आशीर्वाद मांगा। जनकल्याण के भावों से बाबा का पूजन अर्चन कर वहां से रवाना हुए।
प्रतिमा की स्थापना के बाद सिगरा स्थित रुद्राक्ष कंवेंशन सेंटर के सभागार में काशी की जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा पीएम मोदी के प्रयास से माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा काशी वापस आ लाई जा सकी। अबतक हम देश से प्रतिमाएं चोरी होकर विदेशों में जाने की बात सुनते थे। अब प्रतिमाएं वापस हमारे देश में लाई जा रहीं हैं। प्रधानमंत्री के प्रयास से अबतक 156 प्रतिमाएं देश में लाई जा चुकीं हैं। 1913 में काशी से मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा चोरी कर कनाड़ा पहुंचाई गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि योग के महत्व को पीएम ने विश्व में फिर से स्थापित किया। आज पूरी दुनिया योग दिवस मना रही है। भारत में कुंभ का आयोजन होता है तो पूरे देश से संत जुट जाते हैं। यूपी में भव्य कुंभ का आयोजन हुआ। युनेस्कों ने कुंभ को मान्यता भी दी। यह प्रधानमंत्री मोदी के प्रेरणा से संभव हुआ। राम मंदिर के लिए पांच सौ वर्ष से संघर्ष चल रहा था। पीएम के प्रयास आज भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। महात्मा गांधी काशी विश्वनाथ मंदिर आए थे। उन्होंने यहां की गलियों में गंदगी देखकर तीखी टिप्पणी की थी। आजादी के बाद कितनी सरकारें आईं और गईं। विश्वनाथ धाम की सुधि किसी ने नहीं ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से आज विश्वनाथ धाम को भव्य स्वरूप प्राप्त हुआ। यह हर भारतीय के लिए गौरव की बात है।
मां की प्रतिमा का जगह-जगह स्वागत
दिल्ली से 11 नवंबर को रवाना होने के बाद काशी पहुंचने के दौरान मां की प्रतिमा अलीगढ़, लखनऊ, अयोध्या, जौनपुर समेत यूपी के 18 जिलों से गुजरी। दिल्ली से काशी आई माता की प्रतिमा का सोमवार को नगर भ्रमण के दौरान जगह-जगह स्वागत किया। जगह-जगह पुष्प वर्षा, डमरू दल, घंटा घड़ियाल बजाकर माता की रास्ते भर आरती उतारी गई।
18वीं सदी की है प्रतिमा
बलुआ पत्थर से बनी मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा 18वीं सदी की बताई जाती है। मां एक हाथ में खीर का कटोरा और दूसरे हाथ में चम्मच लिए हुए हैं। लोगों का कहना है कि दुर्लभ और ऐतिहासिक सामग्रियों की तस्करी करने वालों ने प्रतिमा को कनाडा ले जाकर बेच दिया था।
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