नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर की पत्नी की हत्या की साजिश खुद उसके पति ने ही रची थी। पुलिस ने आखिरकार सोमवार रात को असिस्टेंट प्रोफेसर पति वीरेंद्र और भतीजे गोविंद को गिरफ्तार कर लिया। वहीं आरोपी राकेश कुमार (31) को पुलिस ने सोमवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। वारदात के समय घर में वीरेंद्र के 84 वर्षीय पिता व पिंकी अकेले थे।
सोमवार रात को पुलिस ने बुराड़ी के वेस्ट संत नगर इलाके से राकेश को गिरफ्तार किया था। आरोपी का कहना था कि उसने भाभी पिंकी की हत्या कर दी। पुलिस वेस्ट संत नगर स्थित घर पहुंची तो चौथी मंजिल के कमरे से पिंकी का शव बरामद हुआ। पिंकी दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर वीरेंद्र कुमार की पत्नी थी। राकेश ने पुलिस को बताया कि वारदात के समय घर में वीरेंद्र के 84 वर्षीय पिता व पिंकी अकेले थे। वीरेंद्र मां को लेकर अस्पताल गया था। राकेश ने बताया कि उसने पहले पिंका का गला घोंटा, बाद में उसे करंट लगाकर मार डाला।
पुलिस ने राकेश को रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की तो वह बार-बार बयान बदलने लगा। इसके अलावा आसपास लगे करीब 300 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि वारदात के समय वहां पर वीरेंद्र का भतीजा गोविंद भी मौजूद था। इधर पूछताछ के दौरान राकेश भी टूट गया। उसने बताया कि उसने वीरेंद्र के कहने पर ही पिंकी की हत्या की। वीरेंद्र पिंकी से परेशान हो गया था। इस वजह से उसने राकेश व अपने भतीजे गोविंद को पिंकी की हत्या के लिए कहा।
वहीं वीरेंद्र एक प्लान के तहत अपनी मां को लेकर अस्पताल गया था। ताकि अस्पताल में मेडिकल पर्ची और खुद की वहां पर मौजूदगी की आड़ में जांच की आंच उस पर न आए। इसके बाद पुलिस ने वीरेंद्र व गोविंद को गिरफ्तार कर लिया।
सगाई में पांच लाख का चेक दिया, बाउंस हो गया
दरअसल वीरेंद्र और पिंकी की फरवरी में शादी हुई थी। उस समय पिंकी के परिजनों ने सगाई के समय पांच लाख का चेक दिया था जो बाउंस हो गया था। इसके अलावा आरोप है कि शादी के बाद से ही पिंकी ने घर में खुद के फैसले थोपना शुरू कर दिया था। जिसकी वजह से वीरेंद्र और पिंकी के बीच अनबन रहने लगी।
दूसरी तरफ राकेश पहले वीरेंद्र के मकान की छत पर बने कमरे में रहता था। वीरेंद्र ने राकेश को एक कैब खरीदकर दी हुई थी। उसे चलाकर राकेश खुद का खर्चा और कुछ पैसे वीरेंद्र को देता था। वीरेंद्र की जब शादी हुई तो अगस्त में आते ही पिंकी ने राकेश व उसके परिवार को निकालकर उनसे टैक्सी भी वापस ले ली थी। वहीं राकेश ने जो पैसे वीरेंद्र को दिए थे, वह भी पिंकी देने से इंकार कर रही थी।
चूंकि राकेश वीरेंद्र का एहसान मानता था, इसलिए उसने पिंकी की हत्या करने की बात की। वीरेंद्र को बस इतना करना था कि राकेश के जेल जाने के बाद उसके परिवार का ख्याल रखने के अलावा उसकी जमानत करवानी थी। वहीं गोविंद ने पिंकी और वीरेंद्र का रिश्ता करवाया था, इसलिए वह भी वारदात में शामिल हुआ। वहीं पिंकी के मायके वालों ने पति वीरेंद्र के चरित्र को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
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