नोएडा। लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (एलआईसी) ने आज गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को 50 लाख रुपए का चेक देकर सम्मानित किया। एलआईसी ने टोक्यो पैरालंपिक्स में डीएम के शानदार प्रदर्शन कर सिल्वर मेडल जीतने की खुशी में यह पुरस्कार राशि दी। इससे पहले राष्ट्रीय खेल समिति ने अर्जुन अवार्ड के लिए जिलाधिकारी सुहास एलवाई के नाम की संस्तुति की है। सुहास यह अवार्ड पाने वाले पहले आईएएस अधिकारी होंगे।
नोएडा सेक्टर 27 में स्थित कैंप कार्यालय में आज सुबह एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भारतीय जीवन बीमा निगम मेरठ मण्डल के वरिष्ठ मण्डल प्रबन्धक भगवान सिंह, अनीता नागर (जिला खेल अधिकारी, नोएडा), एलआईसी मेरठ मण्डल के विपणन प्रबन्धक एके झा, एचके दीपक तथा नोएडा एवं मेरठ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।। उन्होंने जिलाधिकारी को सम्मान राशि का चेक सौंपा।
डीएम सुहास एलवाई ने इसके लिए एलआईसी का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, एलआईसी ऐसा नाम है जिसे देश का हर नागरिक जानता है। नागरिकों के मेडिकल और बीमा सुरक्षा के लिए एलआईसी ने सराहनीय कार्य किया है। इससे पहले डीएम सुहास एलवाई को अर्जुन अवार्ड देने के लिए भी खेल कमेटी ने सिफारिश कर दी है। डीएम पैरालंपिक्स में सिल्वर मेडल जीतने वाले देश के पहले आईएएस हैं। वह देश के पहले आईएएस होंगे, जिन्हें अर्जुन अवार्ड मिलेगा।
इस साल हुए टोक्यो पैरालंपिक्स 2020 में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन बेहद शानदार रहा। देश के खिलाड़ियों ने सर्वाधिक 19 मेडल जीते। इसमें कोई संदेह नहीं कि यह सभी खिलाड़ी देश का गर्व हैं। इसीलिए एलआईसी ने पैरालंपिक के विजेता और नंबर 4 एथलीट को पुरस्कृत करने का फैसला लिया है।
प्रशासनिक सेवा संग शुरू हुआ बैडमिंटन का सफर
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने एक खिलाड़ी के रूप में कॅरिअर की शुरुआत प्रशासनिक सेवा में चयन के बाद की। आजमगढ़ में जिलाधिकारी रहते हुए वर्ष 2016 में वह एक राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का उद्घाटन करने पहुंचे। जहां उन्होंने शौक के तौर पर खिलाड़ियों के साथ खेलना शुरू किया। इस दौरान उनके प्रदर्शन को काफी सराहना हुई। उनके प्रदर्शन से प्रभावित होकर प्रतियोगिता में मौजूद कोच ने सुहास को प्रोफेशनल खिलाड़ी के तौर पर पैरालंपिक की तैयारी करने की नसीहत दी। इसके बाद एक प्रोफेशनल खिलाड़ी के रूप में उनका सफर शुरू हुआ।
मूल रूप से कर्नाटक के निवासी
जिलाधिकारी सुहास एलवाई मूल रूप से कर्नाटक निवासी हैं। उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। सिविल सेवा में उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी सुहास आगरा, जौनपुर, सोनभद्र, आजमगढ़, हाथरस, महाराजगंज और प्रयागराज के जिलाधिकारी रह चुके हैं। वह 2016 बीजिंग एशियन चैंपियनशिप में स्वर्ण, 2017 तुर्किश ओपन में रजत और 2018 जकार्ता एशियन पैरा गेम्स में कांस्य जीत चुके हैं। साथ ही उन्होंने 2018 नेशनल पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण, 2019 आयरलैंड ओपन में रजत, 2019 तुर्किश ओपन में स्वर्ण जैसे कई पदक अपने नाम किए हैं।
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