कासगंज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद कासगंज स्थित पवित्र सूकर क्षेत्र-सोरों को तीर्थस्थल घोषित करने का निर्णय लिया है। सनातन आस्थावलम्बियों की इस दशकों पुरानी मांग पूरी होने के संबंध में गुरुवार को मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी। इसके साथ ही कासगंज के सोरों को तीर्थ क्षेत्र घोषित किए जाने की मांग कर रहे तीर्थ पुरोहितों में खुशी की लहर दौड़ गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बड़ी घोषणा करते हुए ब्रज क्षेत्र के सूकर व सोरों क्षेत्र को तीर्थस्थल घोषित कर दिया है। प्रदेश सरकार ने बयान जारी कर कहा कि इस निर्णय से तीर्थ की ऐतिहासिक धरोहरों को संरक्षित किया जा सकेगा और विकास के साथ-साथ स्थानीय निवासियों को रोजगार के नए साधन भी उपलब्ध होंगे। यह दोनों स्थल जनपद कासगंज में स्थित हैं। यह निर्णय यूपी के चुनाव को देखते हुए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
भगवान बराह की स्वर्गारोहण स्थली है सूकर क्षेत्र सोरों
ब्रजक्षेत्र स्थित सूकर क्षेत्र, सोरो, जनपद कासगंज भारत का आदितीर्थ है। विभिन्न पुराणों में सोरों सूकर क्षेत्र का महत्व बताया गया है। माना जाता है कि सोरों सूकर क्षेत्र में भगवान विष्णु के तीसरे अवतार के रूप में श्री बराह भगवान की निर्वाण स्थली है। सोरों सूकर क्षेत्र के अन्तर्गत जो कुंड (हरिपदी गंगा) है, यह वही स्थान है, जहां भगवान श्री बराह ने स्वर्गारोहरण किया था और तभी से इस कुंड में मृत्यु के पश्चात अस्थियों का विसर्जन किया जाता है।
सोरों सूकर क्षेत्र को मोक्ष प्रदान करने वाले तीर्थ के रूप में माना जाता है। योगी सरकार की कोशिशों से सोरों एवं आस-पास धार्मिक, आध्यात्मिक एवं पौराणिक गतिविधियों में धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से विगत साढ़े चार वर्षों में काफी प्रगति हुई है।
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