गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) में व्याप्त भ्रष्टाचार एक बार फिर जगजाहिर हो गया है।अवैध कॉलोनी में भवन निर्माण का पहले काम रुकवाने और फिर काम शुरू करने के लिए रिश्वत लेते जीडीए अवर अभियंता रामेश्वर कुमार, सुपरवाइजर छोटे सिंह और कर्मचारी नरेंद्र सिंह का वीडियो सोमवार को वायरल हो गया। जीडीए सचिव ने दोनों कर्मचारियों को तत्काल निलंबित कर दिया। जबकि अवर अभियंता को प्रवर्तन अनुभाग से हटाते हुए शासन से निलंबित करने की संस्तुति की है।
प्रवर्तन जोन-तीन में गोविदपुरम से सटी अवैध कालोनी रतन एंक्लेव में एक युवक द्वारा 100 वर्ग गज के भूखंड पर मकान का निर्माण किया जा रहा था। आरोप है कि मकान की नींव की खुदाई शुरू होते ही जीडीए सुपरवाइजर छोटे सिंह व कर्मचारी नरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और काम रुकवा दिया। अवैध कालोनी में मकान बनाने के लिए उन्होंने रिश्वत मांगी और न देने पर सीलिग व ध्वस्तीकरण की धमकी दी। पीड़ित ने बतौर एडवांस पांच हजार रुपये की रिश्वत अवर अभियंता रामेश्वर कुमार को दी और वीडियो बना लिया। रिश्वत की बाकी रकम न देने पर जीडीए के घूसखोर अभियंता व कर्मचारियों ने निर्माणाधीन मकान को पिछले दिनों सील कर दिया।
इसके बाद सील खोलने व अवैध निर्माण कराने के नाम पर रिश्वत ली गई। जीडीए के भ्रष्ट अभियंता व कर्मचारियों के उत्पीड़न से परेशान पीड़ित ने पूरी वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दी। रिश्वत लेते हुए इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुई वीडियो जीडीए सचिव बृजेश कुमार के पास पहुंची।
उन्होंने मामले का संज्ञान लेकर तत्काल दोनों कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है जबकि अवर अभियंता को प्रवर्तन अनुभाग से हटाकर मुख्य अभियंता कार्यालय के संबद्ध कर दिया है। अवर अभियंता को निलंबित करने की संस्तुति कर रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। जीडीए अपर सचिव सीपी त्रिपाठी ने बताया कि तीनों आरोपितों के खिलाफ एफआइआर भी कराई जाएगी।
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