हिसार। हरियाणा के हांसी में अनुसूचित जाति के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी पर दर्ज मामले में हिसार पुलिस ने क्रिकेटर युवराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। युवराज पर आरोप है कि उन्होंने बीते साल रोहित शर्मा से लाइव चैट में युजवेंद्र चहल पर अनुसूचित जाति के प्रति अपमानजनक टिप्पणी की थी हालाँकि पूछताछ के बाद हाईकोर्ट के आदेश पर युवराज सिंह को औपचारिक जमानत पर छोड़ दिया गया है। उधर, शिकायतकर्ता रजत कलसन ने आरोप लगाया है कि युवराज सिंह को हरियाणा पुलिस ने पूरा वीआईपी ट्रीटमेंट दिया।
पिछले साल लॉकडाउन के दौरान युजवेंद्र चहल टिकटॉक पर अपने डांस के वीडियो अपलोड करते थे। उसी पर इंस्टाग्राम में रोहित शर्मा के साथ बातचीत करते हुए युवराज सिंह ने अभद्र टिप्पणी की थी। यह कमेंट जातिसूचक था। तब सोशल मीडिया पर उनका जमकर विरोध हुआ था। मामले को तुल पकड़ता देख कुछ दिन बाद युवराज ने दुनिया के सामने अपनी गलती स्वीकारी थी। सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर खेद जताया था। माफी मांगते हुए युवी ने लिखा था, ‘मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैंने कभी भी जाति, रंग, वर्ण और लिंग को लेकर किसी भी प्रकार की असमानता में भरोसा नहीं किया है। मैंने अपना जीवन लोगों की भलाई में दिया है और आज भी यह जारी है। मैं बिना किसी अपवाद के हर व्यक्तिगत जिंदगी के गौरव और सम्मान में विश्वास करता हूं।’
इस मामले में अधिवक्ता रजत कलसन ने हांसी थाना शहर में एससी एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करवाई थी। वहीं, इस मामले में कुछ दिन पहले हाईकोर्ट ने युवराज सिंह को अग्रिम जमानत के आदेश दे दिए थे। युवराज हाईकोर्ट के आदेश के बाद ही इस जांच में शामिल होने के लिए हिसार पहुंचे थे। उनके साथ सुरक्षाकर्मी के सहित चार पांच स्टाफ के लोग और वकील भी चंडीगढ़ से हिसार पहुंचे थे। हांसी पुलिस ने उनकी औपचारिक तौर पर गिरफ्तारी की, कुछ सवालों के जवाब उनसे जानें और फिर अग्रिम जमानत के कागजातों के आधार पर उन्हें छोड़ दिया गया।
पूछताछ के बाद हांसी पुलिस अब युवराज सिंह के खिलाफ अदालत में चालान पेश करेगी। इसके बाद युवराज सिंह को विशेष अदालत से नियमित जमानत भी हासिल करनी पड़ेगी। युवराज सिंह को हिसार की अनुसूचित जाति व जनजाति अत्याचार अधिनियम के तहत स्थापित विशेष अदालत में हर पेशी में आना होगा। अपराध साबित होने पर उसे 5 साल की सजा भी हो सकती है।
उधर, शिकायतकर्ता रजत कलसन ने आरोप लगाया है कि युवराज सिंह को हरियाणा पुलिस ने पूरा वीआईपी ट्रीटमेंट दिया। उसके साथ सेल्फी खिंचवाई गईं। ऑफिसर मैस में जूस व स्नेक्स खिलाए गए। रजत ने बताया कि उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के युवराज सिंह को अंतरिम जमानत दिए जाने के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि जो सेलिब्रेटी व वीआईपी आपत्तिजनक शब्दों से अपमान करते है, उन्हें जेल भेजकर एक सख्त संदेश दिया जाए।
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