गाजियाबाद। जिले में पुलिस ने मंगलवार को अवैध पटाखा फैक्ट्री का खुलासा किया है। पुलिस ने करीब तीन करोड़ रुपये कीमत के पटाखे बरामद करते हुए दो लैब टैक्नीशियन सहित छह आरोपी गिरफ्तार किए हैं। फैक्टरी संचालक मनीष जैन समेत तीन लोग फरार है, जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
अवैध पटाखा फैक्ट्री मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र में मनन धाम रेलवे फाटक के नजदीक एक बिल्डिंग में चल रही थी। एसपी क्राइम डॉ. दीक्षा शर्मा ने बताया कि सूचना पर मधुबन बापूधाम इलाके में छापामारी की गई तो वहां सभी फैक्टरी एक जैसी मिलीं। सभी की सफेद चहारदीवारी और नीला गेट था। एक बार तो पुलिस टीम गलत फैक्टरी में घुस गई। लेकिन एक फैक्टरी में घुसते ही कर्मचारी भागे तो पटाखा फैक्टरी चिन्हित हुई। जिसके बाद उसका कोना-कोना खंगाला गया।
इस फैक्ट्री में विस्फोटक बनाने का काम लैब टैक्नीशियन रवि, संदीप व आकाश करते हैं। यह सान्द्र एसिड (HNo3) में चांदी मिलाकर सिल्वर नाइट्रेट बनाते थे। फिर सिल्वर नाइट्रेट को एथेनॉल में मिलाकर सिल्वर फल्मीनेट बनाते थे, जो एक तरह का विस्फोटक पदार्थ होता है। इस विस्फोटक को बजरी में मिलाकर पटाखे तैयार हो रहे थे। मैन्युफैक्चरिंग करने वाले राजेश, विष्णु, अरविंद ने पुलिस को बताया कि विस्फोटकयुक्त बजरी को वह मशीन में भरकर पटाखे बनाते थे। फिर तैयार पटाखों की पैकिंग करके उन्हें बेचा जाता था। पूछताछ में सुपरवाइजर ने बताया कि करीब तीन माह से फैक्टरी चल रही थी। 4 से 5 मिनी ट्रक में रोजाना करीब 400 कार्टून पटाखे दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई हो रहे थे।
इस फैक्ट्री का मालिक मनीष जैन दिल्ली है। ललित, आशु, तरुण राय इसके पार्टनर हैं। तरुण राय इस फैक्ट्री के लिए नाइट्रिक एसिड, चांदी, एथेनॉल की सप्लाई करता है। पुलिस ने बताया कि इस फैक्ट्री पर न तो पटाखे बनाने, न भंडारित करने और न ही बेचने का लाइसेंस था। इसके अलावा फैक्ट्री ने अग्निशमन समेत किसी भी विभाग से कोई एनओसी नहीं ले रखी थी। कुल मिलाकर यह फैक्ट्री पूरी की पूरी अवैध थी।
यह सामान बरामद हुआ
1200 लीटर एथेनॉल, 200 लीटर नाइट्रिक एसिड, 250 कट्टे बजरी सहित गत्ते के 1000 अनफोल्ड डिब्बे, छोटे-बड़े 40 हजार डिब्बे, 20 प्लास्टिक रोल, तैयार पटाखों की 400 पेटी, तैयार विस्फोटक की 145 थैली, 38 पैकिंग मशीन आदि सामान बरामद हुआ है।
पकड़े गए आरोपी
रवि निवासी मथुरानगर, थाना उत्तर (फिरोजाबाद)
संदीप निवासी वीसलपुर, (पीलीभीत)
आकाश निवासी मथुरानगर, थाना उत्तर (फिरोजाबाद)
राकेश निवासी आर्यनगर, थाना उत्तर (फिरोजाबाद)
विष्णु निवासी थाना दक्षिण (फिरोजाबाद)
अरविंद निवासी ग्राम फतेहपुर मानिकपुर (अंबेडकर नगर)
तीन आरोपी हैं फरार
मनीष जैन निवासी गणेशपुरा त्रिनगर, दिल्ली
ललित गोयल निवासी गीता कॉलोनी, दिल्ली
तरुण राय निवासी गीता कॉलोनी, दिल्ली
2018 में 17 लोगों की हुई थी मौत
दिल्ली के बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में जनवरी 2018 में अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट हुआ था। इसमें 17 लोगों की जान गई थी। गैर इरादतन हत्या और विस्फोटक अधिनियम के तहत केस दर्ज कर पुलिस ने इसी गैंग के मनोज जैन को जेल भेजा था। बवाना हादसे में जमानत पर छूटने के बाद मनोज जैन ने हरियाणा के कुंडली में अवैध पटाखा फैक्टरी शुरू की थी। नवंबर 2020 में फैक्टरी का खुलासा कर पुलिस ने मनोज जैन को गिरफ्तार किया था। जमानत पर छूटने के बाद उसने गाजियाबाद में पटाखा फैक्टरी शुरू की। पुलिस के मुताबिक मनोज जैन दिल्ली-एनसीआर में बड़े पैमाने पर पटाखों की सप्लाई करता है, लिहाजा वह दिल्ली के आसपास ही फैक्टरी चलाता है।
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