लखनऊ। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा पर दोषियों पर सख्त कार्रवाई किए जाने को लेकर किसानों का समर्थन कर रही कांग्रेस के विरोध में सीतापुर व लखीमपुर में जगह-जगह होर्डिंग व पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टर में लिखा है कि 1984 के सिख दंगों के जिम्मेदारों से लखीमपुर के किसानों को सहानुभूति नहीं चाहिए।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज लखीमपुर खीरी का दौरा करने जा रही हैं लेकिन उनके दौरे के विरोध में लखीमपुर के रास्ते में सिख समाज के लोगों ने कई ऐसे होर्डिंग लगाए हैं जिनपर 1984 के सिख दंगों से जोड़कर नारे लिखे हुए हैं। होर्डिंग में लिखा हुआ है, “नहीं चाहिए फर्जी सहानुभूति, खून से भरा है दामन तुम्हारा, तुम क्या दोगे साथ हमारा, नहीं चाहिए साथ तुम्हारा।”कुछ होर्डिंग पर यह भी लिखा हुआ है, “नहीं चाहिए फर्जी सहानुभूति, 1984 में सिखों के नर संहार के जिम्मेदार आज सिखों के जख्मों में नमक न डालें।”
कुछ होर्डिंग पर दसमेश सेवा सोसाइटी के अध्यक्ष सतपाल सिंह मीत का नाम लिखा हुआ है और कुछ के ऊपर सरदार परमिंदर सिंह का नाम है। माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक समाज के पदाधिकारियों ने ये होर्डिंग लगाए हैं।
मृतकों के लिए आज की जाएगी अंतिम अरदास
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए चार किसानों के लिए आज ‘अंतिम अरदास’ की जाएगी। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के एक पदाधिकारी ने कहा कि किसी भी नेता को ‘अंतिम अरदास’ में मंच साझा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, वहां केवल संयुक्त किसान मोर्चा के नेता मौजूद रहेंगे। जिस स्थान पर हिंसा हुई थी उसके समीप ही ‘अंतिम अरदास’ का आयोजन किया जा रहा है।
हालांकि कांग्रेस पार्टी का कहना है कि प्रियंका गांधी अंतिम अरदास में हिस्सा लेंगी। उनके अलावा RLD के अध्यक्ष जयंत चौधरी के भी यहां पहुंचने के कयास लगाए जा रहे हैं। यहां ‘अंतिम अरदास’ के लिए विभिन्न राज्यों के किसान पहुंचने लगे हैं। सामूहिक अंतिम प्रार्थना में प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड के किसानों के शामिल होने की उम्मीद है। अंतिम प्रार्थना के लिए राकेश टिकैत सहित किसान नेताओं के भी यहां पहुंचने की उम्मीद है।
वहीं, आज सुबह लखनऊ के लिए रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस दफ्तर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह किसानों पर व्यवस्थित तरीके से हमले कर रही है। उन्होंने कहा कि वह लखीमपुर जाकर जमीनी वास्तविकता समझना चाहते हैं, इसलिए वह लखनऊ जा रहे हैं। राहुल ने कहा कि सरकार अन्य दलों को वहां जाने दे रही लेकिन उन्हें रोक रही है। धारा 144 पांच से अधिक लोगों पर लागू होती है। हम लखीमपुर खीरी जाकर सरकार पर दबाव बनाना चाहते हैं।
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