नई दिल्ली। अगर आप भी इंटरनेट बैंकिंग के जरिए पैसों का लेन-देन करते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है। रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए तत्काल भुगतान सेवा (आईएमपीएस) के जरिये प्रति लेनदेन सीमा दो लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर दी है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद उपायों की घोषणा करते हुए कहा, “आईएमपीएस प्रणाली के महत्व को देखते हुए और उपभोक्ताओं की सुविधा को बढ़ाने के लिए प्रति लेनदेन सीमा दो लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने का प्रस्ताव किया गया है।” भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) द्वारा प्रबंधित आईएमपीएस एक महत्वपूर्ण भुगतान प्रणाली है जो चौबीसों घंटे घरेलू धन के तत्काल हस्तांतरण की सुविधा प्रदान करती है और इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग ऐप, बैंक शाखाओं, एटीएम, एसएमएस तथा आईवीआरएस जैसे विभिन्न चैनलों के माध्यम से सुलभ है।
आरटीजीएस, एनईएफटी या आईएमपीएस जैसी सुविधाओं के लिए इंटरनेट जरूरी है। आपके पास कंप्यूटर या लैपटॉप न हो तो स्मार्टफोन से भी काम चला सकते हैं जिसमें इंटरनेट की सुविधा हो। अगर आप स्मार्टफोन यूज करते हैं तो जिस बैंक में अकाउंट है उसका बैंकिंग एप्लिकेशन डाउनलोड कर लें। इसे फंक्शनल बनाने के लिए आपको एम-पिन या मोबाइल पिन जनरेट करना होगा। इस पिन के सहारे ही आप एप को लॉगिन कर सकते हैं। एप में फंड ट्रांसफर का एक ऑप्शन होता है।
यहां आप किसी दूसरे व्यक्ति को पैसा ट्रांसफर कर सकते हैं। लेकिन फंड ट्रांसफर के लिए आपको जिसे पैसा भेजना है उसकी पूरी डीटेल दर्ज करनी होगी। जैसे उसका अकाउंट नंबर और उस बैंक के ब्रांच का आईएफएससी कोड। ये सब दर्ज करने के बाद आप आरटीजीएस आसानी से कर सकते हैं। इसमें शेड्यूल करने की भी सुविधा मिलती है। आप यह निर्धारित कर सकते हैं कि आपके अकाउंट से कब पैसा ट्रांसफर होना है।
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