लखनऊ। देश को मिली स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे। प्रधानमंत्री ने राजधानी लखनऊ में न्यू अर्बन इंडिया थीम पर आयोजित तीन दिवसीय कॉन्क्लेव के मौके पर प्रधानमंत्री आवास शहरी योजना के 75000 लाभार्थियों को डिजिटल माध्यम से आवास सौंपे।
प्रधानमंत्री मोदी ने राजधानी के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कॉन्क्लेव-सह-एक्सपो में लगाई गई आधुनिक आवासीय तकनीकों पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। यह कार्यक्रम केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय उत्तर प्रदेश के नगर विकास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया है।
प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के सभी जिलों में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत चयनित 75 हजार लाभार्थियों को चाभी वितरण कर उनसे संवाद भी किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि मेरे जो साथी झुग्गी-झोपड़ी में जिंदगी जीते थे, उनकी पास पक्की छत नहीं थी, ऐसे तीन करोड़ परिवारों को लखपति बनने का अवसर मिला है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत देश में जो करीब-करीब 3 करोड़ घर बने हैं, आप उनकी कीमत का अंदाजा लगाइए। ये लोग अब लखपति हैं।
उन्होंने आगे विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीबों के लिए घर बनाने का पैसा केंद्र सरकार दे रही थी, इसके बावजूद योगी जी के आने से पहले यूपी में जो सरकार थी वो गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी। गरीबों के लिए घर बनवाने के लिए पहले जो यहां सरकार में थे हमें उनसे मिन्नतें करनी पड़ती थीं।
लखनऊ में पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे यहां कुछ महानुभाव कहते हैं कि मोदी ने क्या किया? आज पहली बार मैं ऐसी बात बताना चाहता हूं जिसके बाद बड़े-बड़े विरोधी, जो दिन रात हमारा विरोध करने में ही अपनी ऊर्जा खपाते हैं, वो मेरा ये भाषण सुनने के बाद टूट पड़ेंगे। 2014 के बाद से हमारी सरकार ने पीएम आवास योजना के तहत शहरों में 1 करोड़ 13 लाख से ज्यादा घरों के निर्माण की मंजूरी दी है। इसमें से 50 लाख से ज्यादा घर बनाकर, उन्हें गरीबों को सौंपा भी जा चुका है।’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मुझे वे दिन भी याद आते हैं, जब तमाम प्रयासों के बावजूद घरों के निर्माण में आगे नहीं बढ़ रहा था। आज लखनऊ में ही, जब मैं यहां हूं, तो मुझे यह बात विस्तार से बतानी चाहिए। हमारी अर्बन प्लानिंग कैसे राजनीति का शिकार हो जाती है। यह समझने के लिए यूपी के लोगों को जाना जरूरी है। गरीबों के घर के लिए केंद्र पैसा दे रहा था, लेकिन 2017 से पहले यूपी में जो सरकार थी वह गरीबों के लिए घर बनवाना ही नहीं चाहती थी। गरीबों के लिए घर बनवाओं इसके लिए पहले हमलें जो सरकार में थे, उनसे मिन्नतें करनी पड़ती थी।’
इसके अलावा मोदी ने लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, झांसी, प्रयागराज, गाजियाबाद और वाराणसी के लिए 75 स्मार्ट इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी भी दिखाई। पीएम मोदी ने स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत आगरा, अलीगढ़, बरेली, झांसी, कानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद एवं अयोध्या में इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर, इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेन्ट सिस्टम एवं नगरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा अमृत मिशन के अंतर्गत प्रदेश के विभिन्न शहरों में उत्तर प्रदेश जल निगम द्वारा निर्मित पेयजल एवं सीवरेज की कुल 4,737 करोड़ रुपये की 75 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस मौके पर उनके साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद थे।
आपका साथ – इन खबरों के बारे आपकी क्या राय है। हमें फेसबुक पर कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं। शहर से लेकर देश तक की ताजा खबरें व वीडियो देखने लिए हमारे इस फेसबुक पेज को लाइक करें। हमारा न्यूज़ चैनल सबस्क्राइब करने के लिए यहाँ क्लिक करें। हमसे ट्विटर पर जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक कीजिए।
Discussion about this post