गाजियाबाद। जिले में डेंगू, मलेरिया सहित अन्य संक्रामक बीमारियों पर नियंत्रण के लिए अलग-अलग विभागों की जिम्मेदारी तय की गई है। इसमें वन विभाग चूहे-छंछूदर को पकड़ने का अभियान चलाया जाएगा। वहीं मलेरिया विभाग मच्छर मारेगा। डेंगू और मलेरिया के बढ़ते संक्रमण रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए है।
उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर जिले में 18 अक्तूबर से 17 नवंबर तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए जिला प्रशासन ने विभागों की जिम्मेदारी तय कर दी है। सोमवार को संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाने के लिए कलक्ट्रेट में समीक्षा बैठक की। बैठक हुई। मुख्य विकास अधिकारी अस्मिता लाल ने स्वास्थ्य अधिकारियों को डेंगू और मलेरिया के बढ़ते संक्रमण रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
मुख्य विकास अधिकारी ने विगत में संचालित किए गए संचारी रोग नियंत्रण अभियान की गहन समीक्षा करते हुए पाया कि जनपद में यह कार्यक्रम अच्छी प्रकार से संचालित होने के फल स्वरुप पूरे जनपद में मच्छर जनित बीमारियों में कमी आई है। जनपद में 27000 मलेरिया को लेकर जांच की गई है जिसमें कुल 16 केस मलेरिया के मिले हैं। चिकनगुनिया का कोई भी केश जनपद में नहीं है। वर्तमान तक 356 व्यक्ति डेंगू के चिन्हित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जनपद में मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है शहरी क्षेत्रों में 50 टीम बनाई गई हैं तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 20 टीम संचालित हैं। उन्होंने कहा कि सभी टीम को पूर्ण रूप से सक्रिय करते हुए संचारी रोग नियंत्रण अभियान के संबंध में विस्तार परक रूप से प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए और इस संबंध में नागरिकों को विशेष स्तर पर जागरूक करने की कार्यवाही संबंधित टीम के सदस्यों द्वारा सुनिश्चित की जाएं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि यह कार्यक्रम मात्र स्वास्थ्य विभाग से संबंधित नहीं है। इसमें 17 अलग-अलग विभागों की भूमिका रहेगी। अभियान में स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, शिक्षा विभाग, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग, पशुपालन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, कृषि विभाग, सिंचाई विभाग, वन विभाग, सूचना विभाग, दिव्यांगजन विभाग को शामिल किया गया है। नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत एवं पंचायत विभाग विशेष स्वच्छता अभियान संचालित करते हुए गली-मोहल्लों में नालियों की सफाई पर अधिक ध्यान देंगे। साथ ही, जलभराव रोकते हुए फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव करवाएंगे। अन्य विभागीय अधिकारी भी इस अभियान का प्रचार प्रसार करते हुए कार्रवाई करेंगे। वन विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई कि वो चूहे और छछूंदरों को पकड़ने का काम करेंगे। इनके माध्यम से भी संचारी रोग फैलने की संभावना रहती है। इसके लिए वो घनी आबादी वाले में घूमेंगे और अभियान चलाएंगे। इस अभियान में एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं का भी सहयोग लिया जाएगा, जिससे मच्छरों के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके और उनसे होने वाली बीमारियों की रोकथाम की जा सके।
बैठक में सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधार, परियोजना निदेशक पीएन दीक्षित, एसीएमओ डॉ. आरके यादव, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश सिंह, डीएसओ डॉ. आरके गुप्ता, डीएमओ जीके मिश्रा समेत अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद रहे।
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